नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (हि.स.)। पेट्रोल-डीजल और सरसो के तेल बढ़ती कीमतों का दंश झेल रहे लोगों को अब प्याज, टमाटर और हरी सब्जियों की महंगाई ने जीना मुहाल कर दिया है। सब्जियों की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी के किचन का बजट बिगाड़ दिया है। सब्जियों के दाम में इजाफे की मुख्य वजह बेमौसम बारिश और डीजल के दाम में लगातार हो रही बढ़ोतरी है।
दिल्ली-एनसीआर में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। प्याज जहां खुदरा में 50-60 रुपये प्रति किलो ग्राम बिक रहा है वहीं टमाटर भी 60 रुपये प्रति किलो ग्राम मिल रहा है जबकि हरी सब्जियों के दाम में 10 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। दिल्ली में खुदरा सब्जी विक्रेताओं ने बातचीत में शनिवार को बताया कि मौसमी सब्जियां आने में अभी तकरीबन एक पखवाड़ा लग जाएगा, तब तक सब्जियों के दाम बढ़ते रहेंगे।
राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। एक गृहणी ने बताया कि हरी सब्जियों की कीमत 10 फीसदी तक बढ़ गई हैं। इस बढ़ोतरी से हमारी जेब पर इसका भारी असर पड़ रहा है। ऐसे में घर चलाना मुश्किल हो रहा है और पूरे किचन का बजट बिगड़ गया है। एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि डीजल और पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी की वजह से माल ढुलाई का भाड़ा बढ़ गया है, जिसका असर सब्जियों की कीमतों पर पड़ रहा है।