नई दिल्ली, 08 जनवरी (हि.स.)। उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि सरकार ने प्याज की आपूर्ति बढ़ाकर इसकी कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए अभी तक 12,000 टन प्याज का आयात किया है। उन्होंने ने कहा कि राज्यों को 49 रुपये से 58 रुपये प्रति किलो की दर से उनकी मांग के अनुरूप प्याज उपलब्ध कराई जाएगी।
पासवान ने मंगलवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 49 से 55 रुपये प्रतिकिलो की दर से प्याज विदेश से खरीदी जा रही है और राज्यों को भी इसी मूल्य पर प्याज उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके परिवहन पर जो राशि खर्च की जाएगी, उसे केंद्र सरकार वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली में सफल, केंद्रीय भंडार और नेफेड के जरिए उपभोक्ताओं को प्याज उपलब्ध कराया जाएगा। पासवान ने कहा कि इस बार देर से प्याज की बुआई तथा खरीफ के दौरान वर्षा हो जाने से मुख्य उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्यप्रदेश में प्याज की फसल को भारी नुकसान हुआ, जिससे इसके उत्पादन में 25 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्री ने बताया कि सरकार ने अब तक 12 हजार टन प्याज का आयात किया है, जो तुर्की और अफगानिस्तान से आयात की गई है। पासवान के मुताबिक इस महीने के अंत तक करीब 36 हजार टन प्याज भारत पहुंचने की संभावना है जिससे इसकी कीमतों में कमी आ जाएगी। अब तक आयातित प्याज में से एक हजार टन प्याज दिल्ली, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल राज्यों को वितरित की गई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल जनवरी माह में इस समय तक प्याज का उत्पादन 13.80 लाख टन हुआ था, जबकि इस बार 9.25 लाख टन प्याज का ही उत्पादन हुआ है। फरवरी तक 22.62 लाख टन प्याज के उत्पादन का अनुमान है। उन्होंने कहा कि देश में प्रतिदिन 67000 टन प्याज की मांग है और सरकार इस जरूरत को पूरा करने का हरसंभव प्रयास करेगी।