नई दिल्ली, 04 दिसम्बर (हि.स.)। प्याज की आसमान छूती कीमत पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदम का कोई असर नहीं दिख रहा। देशभर में प्याज खुदरा में 90 से 130 रुपये किलो के भाव बिक रहा है। वहीं, राजधानी दिल्ली में प्याज 100 रुपये किलो तक मिल रहा है।
एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर मंडी के आढ़ती एच.एस. भल्ला ने बुधवार को बातचीत में बताया कि थोक में ‘ए ग्रेड’ प्याज की कीमत 85 रुपये किलो है। उन्होंने बताया कि प्याज की कीमत में ये तेजी अभी जारी रहेगी क्योंकि प्याज के मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में नई फसल भी बेमौसम बारिश की वजह से खराब हो गई है।
हालांकि, केंद्र सरकार ने कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता वाली सचिवों की उच्च स्तरीय कमेटी की सोमवार को हुई बैठक में प्याज की जमाखोरी पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्याज की स्टॉक सीमा को और घटा दिया। इसमें थोक व्यापारियों के साथ खुदरा व्यापारियों पर शिकंजा कस दिया गया ताकि प्याज को महंगे दाम पर बेचने वालों पर नियंत्रण लगाया जा सके। थोक व्यापारियों को मात्र 25 टन प्याज रखने की सीमा तय की गई है, जबकि खुदरा व्यापारियों के लिए पांच टन की सीमा निर्धारित की गई है। वहीं नई स्टॉक सीमा को तत्काल प्रभाव से लागू करने के लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश भी भेजा है। इसके बावजूद प्याज की कीमत में तेजी बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि संसद में प्याज की ऊंची कीमत को लेकर हंगामा भी हुआ। आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने आरोप लगाया कि 32 हजार टन प्याज सरकार की वजह से सड़ गई। केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने भी हाल ही में संसद में बताया कि इस बार प्याज के उत्पादन में करीब 23 फीसदी की गिरावट आई है, जिसकी वजह से कीमत में भारी उछाल आया है। वहीं, केंद्रीय ट्रेडिंग कंपनी खनिज तथा धातु व्यापार निगम लिमिटेड (एमएमटीसी) तुर्की से प्याज आयात करने की बात कर रही है, जिसके तहत 11 हजार टन प्याज का आयात किया जाना है। जबकि सरकारी कंपनी पहले से ही मिस्र से करीब छह हजार टन प्याज आयात कर रही है।