कांस्टेबल को हुआ अंदेशा, सब्र से पीछा किया, मदद बुलाई और वारदात करते रंगे हाथ दबोचा
उदयपुर, 11 जुलाई (हि.स.)। उदयपुर शहर के पॉश इलाके सर्वऋतु विलास में पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में बाइक सवार चेन लुटेरों को रंगे हाथ दबोचा। पुलिस की इस सफलता में एक कांस्टेबल राजेन्द्र की जबर्दस्त भूमिका रही जो सामान्य रूप से सादी वर्दी में मोटरसाइकिल पर उधर से गुजर रहे थे, उन्हें महज यह देखकर वारदात का अंदेशा हुआ कि मोटरसाइकिल सवार दो युवकों में से पीछे वाले ने हेलमेट लगा रखा था। जो भी हो, राजेन्द्र ने आशंका के चलते कुछ दूरी तक पीछा किया, उनकी हरकतों से शक गहरा होता चला गया और वही हुआ जिसका डर था। हालांकि, इस बीच राजेन्द्र ने संबंधित सूरजपोल थानाक्षेत्र के थानाधिकारी को फोन कर अंदेशा जताया और उन्होंने भी तुरंत गंभीरता से लेते हुए उसी क्षेत्र में सिग्मा बाइक पर घूम रहे दो कांस्टेबलों की टीम को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए।
वारदात में रोचक क्षण वह रहा कि उन मोटरसाइकिल सवार युवकों ने जैसे ही महिला की चेन छीनकर भागने का प्रयास किया, उसी वक्त दोनों कांस्टेबल भी वहां पहुंचे और आरोपितों की मोटरसाइकिल के आगे उन दोनों और राजेन्द्र ने अपनी मोटरसाइकिलें लगाकर उन्हें गिरा दिया। आरोपितों ने भागने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन तीनों कांस्टेबलों ने उन्हें काबू कर ही लिया। इस पूरी घटना और पुलिस की कार्रवाई वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद भी हो गयी और इसका वीडियो काफी रोचकता और चर्चा का विषय बना। यह पूरा वाकिया बुधवार का है।
गौरतलब है कि कांस्टेबल राजेन्द्र सिंह गोवर्धन विलास थाने के हैं। आरोपित दोनों युवक बाइक पर गोवर्धन विलास से सूरजपोल की तरफ आ रहे थे। कांस्टेबल राजेन्द्र को शक हुआ तो पीछा करना शुरू कर दिया।
ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई चैन स्नेचिंग की वारदात को बदमाशों ने अंजाम दिया हो और उसी समय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई हो और बदमाशों को धरदबोचा हो। यह पूरा घटनाकम वहां के सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया हो। कॉलोनी वासियों ने बताया कि उन्होंने अपनी कॉलोनी के चप्पे चप्पे पर नाकोड़ा टेलीकॉम के सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए हैं और नाकोड़ा टेलीकॉम के अनिल नाकोड़ा इनकी देखरेख करते हैं।
इन बदमाशों ने जिस मोडस ऑपरेंडी से इस वारदात को अंजाम दिया, उसी तरह से पिछले दिनों में दो वारदातें हो चुकी हैं। ऐसे में पुलिस पकड़े गए बदमाशों से पिछले दिनों ही वारदातों के बारे में पूछताछ कर रही है।
जो भी इस वीडियो को देख रहा है उसका यही कहना है कि बदमाशों के इरादे भांपना इतना आसान नहीं था, यह तो राजेन्द्र की अन्वेषी नजर ने ताड़ लिया और उसने पूरा सब्र भी रखा और आरोपित रंगे हाथ पकड़े गए। आखिर, वन्स अ कॉप, ऑलवेज कॉप।