यादों के झरोखे से : 8 साल पहले सचिन ने आज ही के दिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया था संन्यास
नई दिल्ली, 16 नवंबर (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए आज का दिन काफी यादगार है। आठ साल पहले आज ही के दिन 16 नवंबर 2013 को मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था।
तेंदुलकर का करियर दो दशक से अधिक का है। मुंबई में अपने घरेलू मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ 200वें टेस्ट मैच के बाद उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया था।
तेंदुलकर ने अपने आखिरी टेस्ट मैच में 74 रन बनाए। उन्हें स्पिनर नरसिंह देवनारायन ने डैरेन सैमी के हाथों कैच कराकर वापस पवेलियन भेजा था, हालांकि, जब सैमी ने उनका कैच लिया, तो उन्होंने जश्न भी नहीं मनाया क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तेंदुलकर की आखिरी पारी थी।
मैच के बाद, तेंदुलकर ने वानखेड़े स्टेडियम में एक भाषण भी दिया, जिसने दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों की आंखों में आंसू आ गए।
तेंदुलकर ने कहा, “समय तेजी से निकल गया है, लेकिन जो यादें आपने मेरे साथ छोड़ी हैं, वे हमेशा और हमेशा मेरे साथ रहेंगी और विशेष रूप से ‘सचिन सचिन’ का नारा मेरे कानों में तब तक गूंजता रहेगा जब तक मैं सांस लेना बंद नहीं कर देता।”
वर्ष 2019 में, तेंदुलकर आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले छठे भारतीय बन गए थे। 46 वर्षीय सचिन ने1989 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची में 16 साल की उम्र में भारत के लिए पदार्पण किया था। उन्होंने सभी प्रारूपों में 34,357 रन बनाए, जो दूसरे नंबर पर काबिज श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर कुमार संगकारा से 6,000 रन अधिक है।
अब तक के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक तेंदुलकर के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक के सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है, जिन्होंने एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन और टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए हैं।
37 साल की उम्र में तेंदुलकर ने 2011 में अपना अंतिम विश्व कप खेला। भारतीय टीम ने 2011 के संस्करण के फाइनल में श्रीलंका को घर में छह विकेट से हराया था।