इतिहास के पन्नों में 02 दिसंबरः दासता की बेड़ियों को खत्म करने की तारीख

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पूरे विश्व से दास प्रथा को समाप्त करने के लिए हर साल 2 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दास प्रथा उन्मूलन दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में 2 दिसंबर 1949 को प्रस्ताव पारित हुआ, जिसके तहत अंतरराष्ट्रीय दास प्रथा उन्मूलन दिवस को अपनाया गया। इसमें मुख्य उद्देश्य मानव तस्करी, यौन शोषण, बाल श्रम, बाल विवाह और सशस्त्र संघर्ष में बच्चों की जबरन भर्ती रोकना था।

माना जाता है कि पुराने समय से चली आ रही दास प्रथा आज भी किसी न किसी रूप में बनी हुई है। यूएन के अनुसार अनुमानित 40.3 मिलियन लोग आधुनिक दासता के शिकार हैं। जिनमें श्रम में 24.9 और जबरन विवाह में 15.4 मिलियन लोग शामिल हैं। खास बात यह है कि आधुनिक गुलामी के शिकार हर 4 लोगों में से 1 बच्चा है।

भारत में भी बंधुआ मजदूरी बड़ी समस्या रही है। हालांकि सरकार ने वर्ष 1975 में राष्ट्रपति के एक अध्यादेश के जरिए बंधुआ मजदूर प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया था, किंतु यह सिलसिला जारी है। भारत सरकार के श्रम व रोजगार मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार देश में 19 प्रदेशों से दो लाख 86 हजार 612 बंधुआ मजदूरों की पहचान की गई और उन्हें मुक्त कराया गया।

दास प्रथा प्राचीन काल से दुनिया के कई देशों की वास्तविकता रही है। मानव समाज में जितनी भी संस्था या व्यवस्था का अस्तित्व रहा है, उनमें सबसे भयावह, वीभत्स और क्रूर दास प्रथा है। दास प्रथा द्वारा प्राय: ऋणग्रस्त अथवा युद्धबन्दियों को दास बनाया जाता था। इनसे श्रम कराने के साथ-साथ उनका हर प्रकार का शोषण होता था। दो समुदायों या सत्ता तंत्र के बीच दास बनाए गए लोगों का सौदा किया जाता था।

अन्य अहम घटनाएंः

2008- पंजाब नेशनल बैंक ने एफसीएनआर ब्याज दरों में कटौती की।

2007- पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने 8 जनवरी के प्रस्तावित चुनावों को देखते हुए देश में विरोध प्रदर्शनों और रैलियों पर प्रतिबन्ध लगाया।

2006- फिलीपींस में ज्वालामुखी का मलबा गिरने से 208 लोगों की मृत्यु तथा 261 लोग घायल।

2005- पाकिस्तान सरकार ने मदरसों द्वारा धार्मिक नफरत फैलाने एवं आतंकवाद के लिए प्रेरित करने वाली शिक्षा एवं साहित्य के प्रकाशन पर रोक के लिए कानून बनाया।

2003 – हेग स्थित संयुक्त राष्ट्र के युद्धापराध न्यायालय ने बोस्नियाई सर्ब के पूर्व सैन्य कमांडर मोमिर निकोलिक को 1995 में हुए सर्बनिका नरसंहार में दोषी पाया गया और 27 साल कैद की सजा सुनाई।

2002- प्रशान्त महासागर के बोरा-बोरा द्वीप में एक जलते यात्री जहाज ‘विडस्टार’ से 219 लोगों को सुरक्षित बचाया गया।

1999- भारत में बीमा क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेश को मंजूरी मिली।

1995- बेरिंग्स बैंक कांड के चर्चित व्यक्ति निक लीसन को सिंगापुर के न्यायालय द्वारा साढ़े छह वर्ष की कैद की सज़ा।

1989- विश्वनाथ प्रताप सिंह देश के सातवें प्रधानमंत्री बने।

1982- स्पेन की प्रथम संसद में समाजवादी बहुमत एवं फिलिप गोंजालेज प्रधानमंत्री निर्वाचित।

1976- फिदेल कास्त्रो क्यूबा के राष्ट्रपति बने।

1971- संयुक्त अरब अमीरात ने ब्रिटेन से स्वतंत्र होने की घोषणा की।

1965- सीमा सुरक्षा बल की स्थापना हुई।

1942- पांडिचेरी (अब पुड्डुचेरी) में श्री अरविंदो आश्रम स्कूल की स्थापना, जिसे बाद में श्री अरविंदो इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एजुकेशन के नाम से जाना गया।

1911- जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी भारत आने वाले ब्रिटेन के पहले राजा और रानी बने। उनके बंबई (अब मुम्बई) आगमन की याद में ही गेटवे ऑफ इंडिया बनाया गया।

1848- फ्रांस जोसेफ प्रथम ऑस्ट्रिया के सम्राट बने।

1804- नेपोलियन बोनापार्ट की फ्रांस के सम्राट के तौर पर ताजपोशी।

 

जन्म

1988- फैसल अली डार – मार्शल आर्ट प्रशिक्षक हैं।

1963- शिवा अय्यदुरई – प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक हैं।

1960- जगत प्रकाश नड्डा – केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष।

1953- ओम प्रकाश रावत- भारत के 22वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त रहे हैं।

1939 – अचला नागर- प्रसिद्ध फिल्म पटकथा लेखिका।

1937- मनोहर जोशी- प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष।

1912- बी. नागी रेड्डी- दक्षिण भारतीय सिनेमा के प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक।

1901- पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल- हिन्दी के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार और विद्वान आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के सहयोगी।

1886- बाबा राघवदास- उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध जनसेवक तथा संत थे।

1855- एन.जी. चन्दावरकर – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे।

निधन

2014- देवेन वर्मा- हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध हास्य अभिनेता।

2012- प्रीति गांगुली – हिंदी सिनेमा की चरित्र अभिनेत्री थीं।

1996- मर्री चेन्ना रेड्डी- प्रांतीय कांग्रेस कमेटी के महामंत्री और पी.सी.सी. वर्किंग कमेटी के 30 वर्षो तक सदस्य।

1969- क्लिमेंट वोरोशिलोव – सोवियत संघ के राष्ट्रपति थे।

1918- गुरुदास बनर्जी- भारत के प्रमुख शिक्षाशास्त्री।

महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

अंतरराष्ट्रीय दास प्रथा उन्‍मूलन दिवस

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस

अंतरराष्ट्रीय कम्प्यूटर साक्षरता दिवस


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