अहमदाबाद, 01 जून (हि.स.)। कोरोना महामारी के बीच अहमदाबाद में आषाढ़ी बीज दिवस की रथयात्रा को लेकर तैयारियां शुरू हो रही हैं। लेकिन 23 जून को शुरू होने वाली भगवान जगन्नाथ की 143वीं रथयात्रा को लेकर विवाद चल रहा है।
बताया गया कि रथयात्रा को लेकर 31 मई को एक बैठक होनी थी लेकिन बैठक नहीं हो सकी। आज हुई बैठक में तय किया गया कि भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा इस साल 23 जून को अहमदाबाद में आयोजित की जाएगी। इस बार रथयात्रा में केवल तीन रथ होंगे और भगवान भी “दो गज की दूरी” के साथ नगराचार्य प्रस्थान करेंगे। इस बार कोई जुलूस नहीं निकलेगा लेकिन रथयात्रा का मार्ग भी वही रहेगा। रथयात्रा की तैयारियां अब शुरू हो गई हैं। रथों के रंग रोगन कार्य शुरू कर दिया गया है।
जगन्नाथ मंदिर के ट्रस्टी महेंद्र झा ने बताया कि रथयात्रा को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा आज जगन्नाथजी मंदिर ट्रस्ट की बैठक में हुई। जिसमें भगवान जगन्नाथ की 143वीं रथयात्रा 23 जून को सादगी से निकाली जायेगी। रथयात्रा में केवल तीन रथ होंगे। भजन मंडली आदि नहीं होंगी। उन्होेंने सभी से अपील की कि श्रद्धालु रथयात्रा का आनंद टीवी चैनलों के माध्यम से घर पर बैठ कर लें। उन्होंने बताया कि 10-10 लोगों के समूह में 25 नाविकों को रथ खींचने की व्यवस्था की जाएगी।
झा ने बताया कि 21 जून को नेत्रोत्सव अनुष्ठान के दिन सूर्य ग्रहण के कारण धार्मिक कार्य शाम 4 बजे के बाद होंगे। सरसपुर से केवल दो लोग जमालपुर आएंगे और ममेरा की रस्म करेंगे। इस वर्ष 05 जून को होने वाली जल यात्रा में कोई जुलूस नहीं निकलेगा, केवल मंदिर के पुजारी शामिल होंगे। बैठक में केवल ट्रस्टियों की उपस्थिति हुए।