नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (हि.स.)। कोच्चि से गोवा के लिए पांच दिन तक चलने वाली समुद्री नौकायन दौड़ रविवार को शुरू हो गई। इस अपतटीय नौकायन रेगाटा को दक्षिणी नौसेना कमान मुख्यालय के कमांडर इन चीफ वाइस एडमिरल एके चावला ने कोच्चि में झंडी दिखाकर रवाना किया। आजादी का अमृत महोत्सव पर भारतीय नौसेना ने यह कार्यक्रम इंडियन नेवल सेलिंग एसोसिएशन (आईएनएसए) के सहयोग से आयोजित किया है। छह इंडियन नेवल सेलिंग वीसल्स (आईएनएसवी) महादेई, तारिणी, बुलबुल, नीलकंठ, कदलपुरा और हरियाल इस दौड़ का हिस्सा हैं।
नौसेना प्रवक्ता के अनुसार कोच्चि से गोवा तक हो रही इस समुद्री नौकायन दौड़ में लगभग 360 एनएम की दूरी तय की जाएगी। इस अभियान का उद्देश्य इसमें भाग लेने वाले चालक दल में समुद्री नौकायन की भावना को बढ़ावा देना है। इसमें छह इंडियन नेवल सेलिंग वीसल्स (आईएनएसवी) महादेई, तारिणी, बुलबुल, नीलकंठ, कदलपुरा और हरियाल हिस्सा लेंगे। इसमें चार 40 फुटर और दो 56 फुटर आईएनएसवी होंगी। हरेक वीसल्स को नौसेना के एक-एक अधिकारी संचालित करेंगे जो नौसेना की तीन कमानों, एएनसी और आईएचक्यू एमओडी (नौसेना) से लिए गए हैं। भारतीय नौसेना के प्रतिभागियों में कैप्टन विपुल महर्षि, कैप्टन अतुल सिन्हा, लेफ्टिनेंट कमांडर के पेडनेकर, लेफ्टिनेंट कमांडर पायल गुप्ता आदि शामिल हैं। इन्होंने राष्ट्रीय स्तर के कई आयोजनों में पदक जीते हैं।
इस दौड़ का समारोहपूर्वक समापन 29 अक्टूबर को होगा। समारोह की अध्यक्षता नेवल वार कॉलेज (एनडब्ल्यूसी), गोवा के कमान्डेंट करेंगे। इस आयोजन में याचिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया (वाईएआई) से संबद्ध सिविलियन क्लब के समुद्री याच भी हिस्सा लेंगे। इस अभियान को आईएनएस मांडवी, गोवा में स्थित एचक्यूएसएनसी और भारतीय नौसेना की ओसीन सेलिंग नोड (ओएसएन) की ओर से आयोजित किया जा रहा है। इस समुद्री नौकायन दौड़ में हिस्सा लेने के लिए नाविकों ने पिछले एक महीने से अभ्यास किया है। इस दौरान अपने कौशल में सुधार के लिए उन्होंने एक कैप्सूल कोर्स भी किया है।
प्रवक्ता के अनुसार इसमें हिस्सा लेने वाले दो 56 फुटर पहले ही वैश्विक जलयात्रा में भाग लेकर भारतीय नौसेना में इतिहास रच चुके हैं। आईएनएसवी महादेई ने 2010 में कैप्टन दिलीप डोन्डे और 2013 में कमांडर अभिलाष टोमी के साथ एकल वैश्विक जलयात्रा ‘सागर परिक्रमा’ की है। इसने 2011, 2014 और 2017 में केप टाउन से रियो डि जेनेरियो दौड़ में भी हिस्सा लिया है। आईएनएसवी तारिणी ने महिला अधिकारियों के चालक दल के साथ वैश्विक जलयात्रा ‘नाविका सागर परिक्रमा’ की है। इस खेल में पर्याप्त समुद्री नौकायन का अनुभव रखने वाले वालों में से चालक दल का चयन किया जाता है। ओसीन सेलिंग नोड के पास भारतीय नौसेना की समुद्री नौकायन याच हैं।
समुद्री नौकायन एक अत्यधिक मुश्किल रोमांचक खेल है। इसके माध्यम से भारतीय नौसेना नौवहन, संचार, इंजन और जहाज पर मशीनरी के तकनीकी संचालन, इनमारसैट उपकरण के संचालन, रसद योजना आदि सहित आवश्यक नाविक कौशल को सम्मान देते हुए जोखिम लेने की क्षमता को बढ़ाने के लिए साहस की भावना पैदा करती है। इससे सागर परिक्रमा और केप टाउन से रियो डि जेनेरियो दौड़, आईओएनएस नौकायन अभियान आदि जैसे अभियानों में भाग लेकर दुनिया में अपनी सौम्य उपस्थिति प्रदर्शित करने की भारतीय नौसेना की क्षमता को भी बढ़ाता है।