बाढ़,4 जुलाई(हि.स.) । सरिया घोटाले में सीबीआई की सक्रियता बढ़ने के बाद अब एनटीपीसी के अधिकारियों पर भी गाज गिरनी शुरु हो गयी है।अब तक मिली जानकारी के मुताबिक एनटीपीसी के 11 अधिकारियों तथा अभियंताओं का तबादला हो चुका है। ये सभी अधिकारी एवं अभियंता महत्वपूर्ण पदों पर होने के साथ ही बर्षों से यहां पदस्थापित थे। रंगदारों एवं ठेकेदारों के साथ इनकी कथित सांठ-गांठ होने की शिकायतें आलाधिकारियों तक पहुंची तो एक सप्ताह के अंदर ऐसे ग्यारह अधिकारियों का तबादला कर दिया गया । कई और भी अधिकारियों की पहचान की जा रही है।सूत्रों की मानें तो तबादले का सिलसिला जारी रहने के साथ ही अन्य तरह की कार्रवाई करने पर भी विभाग विचार कर रहा है।बताया जाता है कि एनटीपीसी के कुछ अधिकारी सांसद राजीब रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह से मिले थे,पर सांसद ललन सिंह ने उन्हें बैरंग वापस लौटा दिया था।उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि यदि एनटीपीसी अधिकारी अपनी कार्यशैली में सुधार नही लायेंगे तो ऐसी गंभीर कार्रवाई होगी जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की होगी ।सूत्रों के अनुसार कड़े तेवर में सांसद ललन सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि गरीब मजदूरों का शोषण करने वाले रंगदारों या ठेकेदारों को प्रश्रय मिलता रहा तो एनटीपीसी के अधिकारी भी कार्रवाई से नहीं बच सकेंगे।