अब विदेशों में फंसे उत्तर प्रदेश के लोगों की भी होगी घर वापसी

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प्रदेश में लाॅकडाउन का सख्ती से पालन हो  राजस्व वृद्धि के लिए औद्योगिक गतिविधियां बढ़ाएं: योगी 



लखनऊ, 05 मई (हि.स.)। देश के विभिन्न राज्यों से प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अब विदेशों में फंसे राज्य के लोगों के घर वापसी की कवायद शुरु कर दी है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को इस संबंध अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में विभिन्न देशों में फंसे भारत वासियों का आगमन प्रस्तावित है। इसमें उत्तर प्रदेश के लोग भी वापस आयेंगे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उत्तर प्रदेश में वायुमार्ग से देश वापस आने वाले लोगों को क्वारंटीन करने की सुचारू व्यवस्था की जाए। लखनऊ तथा वाराणसी हवाई अड्डों के साथ-साथ हिण्डन एयरपोर्ट पर मेडिकल स्क्रीनिंग के प्रबन्ध को सुनिश्चित करने को भी कहा।
 गौरतलब है कि योगी सरकार प्रदेश के प्रवासी कामगारों को बड़ी तेजी के साथ अन्य राज्यों से वापस लाकर उन्हें उनके घर सकुशल पहुंचा रही है। इसके पहले प्रदेश के छात्र-छात्राओं को भी राजस्थान के कोटा, प्रयागराज और दिल्ली से उनके घर पहुंचाया गया। सरकार अब दूसरे देशों में फंसे प्रदेश के लोगों को वापस लाने की कवायद में लग गई है।
राजस्व वृद्धि के लिए औद्योगिक गतिविधयां बढ़ाने पर बल
मुख्यमंत्री योगी ने आज की समीक्षा बैठक में राजस्व वृद्धि के लिए प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने इसके लिए उद्योग-धन्धों को संचालित करने का निर्देश दिया। अधिकारियों से यह भी कहा कि औद्योगिक गतिविधियांे में भारत सरकार की एडवायजरी के अनुरूप शारीरिक दूरी अपनाते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकाॅल का पूरी तरह पालन हो। उन्होंने कहा कि उद्योग-धन्धों को गति प्रदान करने के लिए आवश्यकतानुसार नीतियों में संशोधन पर विचार किया जाए। सिंगिल विंडो प्रणाली को मजबूती से लागू किया जाए। लेबर रिफाॅर्म के लिए श्रम विभाग द्वारा कार्ययोजना तैयार की जाए। योगी ने कहा कि लाॅकडाउन के कारण अन्य राज्यों से वापस न लौट पा रहे उत्तर प्रदेशवासियों के आगमन तथा यहां निवासित अन्य राज्य के लोगों के प्रस्थान को सुगम बनाने के उद्देश्य से जनसुनवाई पोर्टल पर पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराना एक सराहनीय प्रयास है। जनसुनवाई पोर्टल पर ऐसे लोगों ने पंजीकरण प्रारम्भ कर दिया है। उन्होंने इस सम्बन्ध में प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
कोरोना की टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने कोरोना की टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि करने के निर्देश दिए। कोविड अस्पतालों में सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने को भी कहा और निर्देश दिया कि डाॅक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के प्रशिक्षण कार्य में तेजी लायी जाए। राज्य कोरोना सहायता काॅल सेन्टर के टोल फ्री नम्बर 1800-180-5145 पर अन्य रोगों के लिए भी उपलब्ध चिकित्सीय परामर्श सेवा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। चिकित्सालयों में बायो-मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के समुचित प्रबन्ध पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि मेडिकल संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए यह अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिए कि नई टेस्टिंग लैब की स्थापना के साथ ही, वहां पर बायो-मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पुलिस बल व मेडिकल टीम को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए सभी सुरक्षा उपाय अपनाने पर बल दिया।
बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि प्रदेश में कोविड-19 के मरीजों की रिकवरी की दर 33 प्रतिशत है। यह संख्या रिकवरी की राष्ट्रीय औसत 27 प्रतिशत से 6 प्रतिशत अधिक है। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, डोर स्टेप डिलीवरी तथा सप्लाई चेन की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान यह व्यवस्था सुचारू रूप से कार्य कर रही है। इसे आगे भी इसी तरह बेहतर ढंग से संचालित किया जाए, ताकि लोगों को कोई दिक्कत न हो। उन्होंने लाॅकडाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने पर्याप्त संख्या में क्वारंटीन सेन्टर की स्थापना के निर्देश देते हुए कहा कि क्वारंटीन सेन्टर व शेल्टर होम में साफ-सफाई के अच्छे प्रबन्ध किए जाएं। कम्युनिटी किचन के माध्यम से लोगों को गुणवत्तायुक्त भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाए। जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि क्वारंटीन सेन्टर व शेल्टर होम व कम्युनिटी किचन के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी जिलाधिकारी को व्यवस्थाओं की नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करें। सभी जिलाधिकारी अपनी रिपोर्ट के द्वारा अद्यतन स्थिति से शासन को अवगत कराते रहें। योगी ने कहा कि मण्डियों में समय सारणी बनाते हुए कार्य संचालित किया जाए, जिससे वहां भीड़ एकत्र न हो। मण्डियों में शारीरिक दूरी का प्रत्येक दशा में पालन कराया जाए। साफ-सफाई की उत्तम व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित कराया जाए कि लोग मास्क अथवा फेस कवर पहनकर ही आएं।
प्रवासी कामगारों कोे दुग्ध समितियों से जोड़ने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों व श्रमिकों कोे आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के लिए उन्हें दुग्ध समितियों से जोड़ने के लिए निर्देश दिया। दुधारु पशुओं के खुरपका व मुंहपका टीकाकरण के लिए भी कार्ययोजना बनाने को कहा। यह भी निर्देश दिया कि शहरी क्षेत्रों की झोपड़ पट्टियों व मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना तथा अफोर्डेबिल हाउसिंग स्कीम के माध्यम से आवास उपलब्ध कराए जाएं।
समीक्षा बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ. रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव कृषि डाॅ. देवेश चतुर्वेदी और  सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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