नई दिल्ली, 17 मई (हि.स.) । लद्दाख बॉर्डर पर भारत और चीन की सीमा पर 12 मई को चीन के हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा के बहुत करीब आने का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब रविवार को चीनी हेलीकॉप्टर के हिमाचल प्रदेश में भारतीय सीमा में 12-15 किलोमीटर तक अन्दर आने का खुलासा हुआ है। भारत और चीन की सीमा लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव बढ़ाने वाली यह घटनाएं पिछले माह में दो बार हुई हैं।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में चीनी हेलीकॉप्टर ने भारतीय वायुसीमा का पहली बार 11 अप्रैल को उल्लंघन किया। इस चीनी हेलीकॉप्टर ने जिले के समधो रीजन के कौरिक क्षेत्र से भारत की सीमा में प्रवेश किया और करीब 12-15 किलोमीटर अन्दर तक भारतीय वायु क्षेत्र में आया और थोड़ी देर बाद लौट गया। इसके बाद 20 अप्रैल को फिर एक और चीनी हेलीकॉप्टर समधो क्षेत्र से भारतीय सीमा में घुसा। इन दोनों घटनाओं का उस समय खुलासा नहीं हो पाया लेकिन इन मामलों की जांच सीआईडी और अन्य खुफिया एजेंसियों को सौंप दी गई थी।
लाहौल स्पीति के पुलिस अधीक्षक राजेश धर्माणी ने बताया कि जांच करने के बाद रविवार को इस मामले की रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को सौंप दी गई है। कौरिक लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) का आखिरी गांव है। इससे पहले भी यहां चीनी सेना की गतिविधियां देखी गई हैं। अगस्त 2017 में जब भारत और चीन भूटान की सीमा पर डोकलाम में आमने-सामने आ गए थे, तब भी कौरिक के पास चीनी सेना की हरक़तें देखी गई थीं। 2012 में भी चीन ने लाहौल स्पीति के समधो क्षेत्र में घुसपैठ की थी। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इस बारे में एक अलर्ट मिलिट्री इंटेलिजेंस, आईबी और आईटीबीपी को भेजा है। इसमें हिमाचल प्रदेश पुलिस ने दावा किया है कि पिछले एक से डेढ़ महीने में चीन की सेना ने दो बार लाहौल स्पीति इलाके में घुसपैठ की है। राज्य सरकार के अधिकारियों के मुताबिक चीन के हेलीकॉप्टर लाहौल स्पीति जिले के समधो पोस्ट से देखे गए थे।
इससे पूर्व पिछले दिनों उत्तरी सिक्किम और लद्दाख में दो बार भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच भिड़ंत हो चुकी है। इसके बाद 12 मई को लद्दाख बॉर्डर पर चीन के हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा के बहुत करीब आ गए लेकिन चीनी हेलीकॉप्टर देखे जाने के तुरंत बाद भारतीय वायुसेना अलर्ट हो गई। भारतीय लड़ाकू विमानों ने लद्दाख सीमा की ओर उड़ान भरी और चीनी चॉपर्स को वापस लौटना पड़ा। डोकलाम विवाद के बाद ये पहला मौका है जब दोनों देशों के सेनाओं के बीच बॉर्डर पर इतना तनाव देखा जा रहा है। चीन की किसी भी हरकत का जवाब देने के लिए भारतीय सेनाएं भी सतर्क हैं।