कोरोना : उत्तर रेलवे ने रेल कोच में तैयार किया पहला आइसोलेशन वार्ड

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प्रत्येक जोनल रेलवे हर सप्ताह तैयार करेगा ऐसे 10 कोच



नई दिल्ली, 28 मार्च (हि.स.)। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रकोप से लड़ने के लिए रेलगाड़ियों की बोगियां क्वारंटाइन और आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार की जा रही हैं। इसकी शुरुआत उत्तर रेलवे ने शनिवार को ट्रेन के एक कोच में कुछ बदलाव कर पहला प्रोटोटाइप हॉस्पिटल आइसोलेशन वार्ड तैयार कर किया है।
 उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया कि उत्तर रेलवे द्वारा तैयार किए गए इस पहले प्रोटोटाइप कोच को मंजूरी मिलने के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। एक कोच में 10 आइसोलेशन वार्ड होंगे। उन्होंने कहा कि इस मॉडल को मंजूरी मिलने के बाद प्रत्येक रेलवे जोन सप्ताह में 10-10 बोगियों को आइसोलेशन वार्ड में बदलना शुरू कर देगा। इससे दूर-दराज के इलाकों में कोविड-19 के मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि रेलवे ने कोच में आइसोलेशन वार्ड तैयार करने के लिए बीच के बर्थ को एक तरफ से हटाया गया है। इसके साथ ही मरीज़ के बर्थ के सामने के सभी तीन बर्थों और बर्थ पर चढ़ने के लिए बनी सभी सीढ़ियों को भी हटा दिया है।आइसोलेशन कोच को तैयार करने के लिए बाथरूम, गलियारे और दूसरी जगहों पर भी फेरबदल किया गया है।
रेलवे द्वारा तैयार आइसोलेशन वार्ड में हर कोच में आखरी पार्टीशन से दरवाजे को हटा दिया गया है। कोच के आखिर में भारतीय टॉयलेट को बाथरूम में बदल दिया गया है। प्रत्येक बाथरूम में हैंड शावर एक बाल्टी और मग रखने का प्रावधान है। चिकित्सा उपकरणों के लिए प्रत्येक डिब्बे में 220 वाट के विद्युत बोर्ड भी उपलब्ध हैं।

उल्लेखनीय है कि देश में लगातार कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को अस्पताल में जगह न मिलने पर यह रेल डिब्बे आइसोलेशन वार्ड के रूप में इस्तेमाल हो सकेंगे।

 


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