समिति गठित पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन स्थल की पहचान के लिए

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नई दिल्ली, 10 मार्च (हि.स.)। देश के पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन स्थलों की पहचान के लिए पर्यटन मंत्रालय ने बुधवार को एक समिति का गठन किया है। यह समिति चिन्हित किए गए पर्यटन स्थलों में अवसंरचना का विकास करने, मेले और उत्सव आयोजित करने के साथ क्षेत्र में पर्यटन संबंधी कार्यक्रम आयोजित करने और उसके प्रचार में राज्यों की सहायता करेगी।
मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार इस कमेटी में पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के साथ होटल इंडस्ट्री, टूर एंड ट्रैवल ऑपरेटर शामिल किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्रालय पूर्वोत्तर क्षेत्र में इंटरनेशनल टूरिज्म मार्ट (आईटीएम) का आयोजन करता है। साल 2013 से अब तक आईटीएम के आठ संस्करण उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के विभिन्न राज्यों में आयोजित किए जा चुके हैं।
पर्यटन मंत्रालय की सिफारिश पर आरसीएस-उड़ान 3.0 के तहत अबतक 46 पर्यटन मार्ग जोड़े जा चुके हैं और आरसीएस- उड़ान-4 के तहत 78 मार्गों को जोड़े जाने का लक्ष्य है।
इंडिया टूरिज्म गुवाहाटी ने 1000 बार देखो-नॉर्थ ईस्ट कार्यक्रम की 7 से 17 मार्च तक आयोजन किया है। इस कार्यक्रम के तहत एकल साइकिल चालक संजय बहादुर अपनी साइकिल से पूरे असम का भ्रमण कर हजार किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।
उन्होंने अपनी यात्रा गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र रिवर बैंक स्थित वीर लचित घाट से सात मार्च को शुरू की है। वे नौगांव, दरगांव, शिवसागर, दुलियाजान, डिब्रूगढ़, उत्तरी लखीमपुर, विश्वनाथ चरैली और देखीजुली के रास्ते 17 मार्च खानापाड़ा में अपनी यात्रा समाप्त करेंगे।
इस दौरान मंत्रालय उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के सात राज्यों और सिक्किम के लगभग अनजाने पर्यटन स्थलों में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम और इंस्टा लाइव शोज का आयोजन करेगा।

 


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