मीरजापुर, 19 जनवरी (हि.स.)। विंध्याचल के शिवपुर रामगया घाट पर मंगलवार की सुबह नाव डूबने की घटना सामने आने के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। जानकारी होने पर स्थानीय मछुआरे अपनी-अपनी नौका लेकर जान बचाने के लिए दौड़ पड़े। वहीं हादसे के बाद जिला प्रशासन को भी सूचना दे दी गई।
उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी जैसे ही सूचना मिली, वैसे ही उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच बचाव कार्य पूरा करने के निर्देश दिए और हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
मौके पर पहुंची पुलिस भी जाल मंगवाकर डूबे लोगों की तलाश में जुट गई। हालांकि, कुछ लोग तैरकर तो कुछ लोगों को अन्य की मदद से पानी कम होने की वजह से बचाने में सफलता मिली और लोग बचा लिए गए। हालांकि, सुरक्षा कारणों से निगरानी की जा रही है और लोगों की संख्या जांचने के अलावा किसी अन्य के भी लापता होने की आशंका के बीच परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है।
स्थानीय लोगों के अनुसार नाव पर 16 लोग सवार थे। हादसे के बाद लोगों के लापता होने की सूचना प्रशासन को प्राप्त हुई तो 18 से 20 लोगों के नाव पर बैठने की बात लोगों ने बतायी। इसके बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। नाव में सवार सभी स्थानीय महिलाएं और लड़कियां थीं, जो नाव से गंगा के दूसरे छोर पर मटर तोड़ने जा रही थीं। जबतक लोगों को कुछ समझ आता तब तक नाव पानी में डूबने लगी। नाव से जान बचाने के लिए महिलाएं और युवतियां नदी में कूद गईं। नौका पूरी तरह डूबने से पहले ही लोगों की सतर्कता से डूबने वालों को बचा लिया गया। स्थानीय लोग तैरकर नदी से बाहर आ गए। मौके पर पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही सभी सुरक्षित तरीके से नदी से बाहर आ गए।