पटना, 05 नवम्बर (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के प्रचार के आखिरी दिन गुरुवार को एक जनसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बड़ा एलान करके सनसनी फैला दी है। मुख्यमंत्री ने आज पूर्णिया जिले की धमदाहा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जनसभा में एलान किया है कि मौजूदा बिहार विधानसभा का चुनाव उनका आखिरी चुनाव है।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान 7 नवम्बर को होना है। इसके लिए गुरुवार की शाम 5.00 बजे चुनाव प्रचार खत्म होना था। इसलिए नीतीश कुमार की इस चुनाव में यह आखिरी जनसभा थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस बयान के बाद बिहार विधानसभा चुनाव के बीच राज्य का राजनीतिक तापमान एक बार फिर आसमान पर पहुंच गया है। सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों मुख्यमंत्री के इस बयान के अलग-अलग मायने लगा रहे हैं। फिलहाल जदयू की तरफ से मुख्यमंत्री के इस बयान का कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है। हालांकि इससे पहले वह इस जनसभा में जंगलराज की चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जंगलराज में स्वास्थ्य विभाग का बुरा हाल था। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं रहते थे। इलाज की बात छोड़िए दवा तक नहीं मिलती थी लेकिन अब हालात बदल चुके हैं।
नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों की कठिनाइयों के बारे में सोचकर उसके हिसाब से काम किया जा रहा है। गांवों को सड़कों से जोड़ा गया है। लड़कियों को साइकिल और पोशाक दिये गए। हर घर तक नल का जल और हर घर तक बिजली पहुंचायी गई। जब से मौका मिला है तब से बिहार के लिए वह काम करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को काम से मतलब नहीं था। जब उनको काम करने का मौका मिला तो हॉस्पिटल का क्या हाल था, सबको पता है। लेकिन अब स्थिति बदल गई है। एक पीएचसी में हर माह करीब 10 हजार लोग इलाज के लिए आते हैं। वहां डॉक्टर मौजूद रहते हैं, दवा भी मिलती है। एक-एक चीज पर काम किया जा रहा है।