नीतीश कुमार के आठ मंत्री चुनाव मैदान में धराशायी

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नीतीश के करीबी रहे विधायकों की भी नहीं बची सीटराजद-कांग्रेस छोड़कर आने वाले विधायकों में केवल एक को नसीब हुई जीत



पटना, 11 नवम्बर (हि.स.) । बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रही पार्टियों में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का प्रदर्शन सबसे बुरा रहा। जनता दल यूनाइटेड ने चुनाव में अपनी आधी से ज्यादा यानी 54 फीसदी सीटिंग सीटें गंवा दीं। पार्टी के आठ मंत्री चुनाव हार गये। वहीं, पाला बदलकर राजद और कांग्रेस से जदयू में शामिल होने वाले विधायकों का प्रदर्शन भी बेहद बुरा रहा।

बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने वाली बड़ी पार्टियों की बात करें तो जदयू का प्रदर्शन सबसे बुरा रहा है। भाजपा ने अपनी सीटें जरुर बढ़ायी हैं। राजद को भी थोड़ा सा नुकसान हुआ है। लेकिन सबसे बड़ा झटका जदयू को लगा है। नीतीश कुमार की पार्टी 37 सीटिंग सीटें हार गयी। यहां तक कि कांग्रेस का प्रदर्शन भी जदयू से बेहतर रहा है। इस बार हुए विधानसभा चुनाव में जदयू के 8 मंत्री चुनाव हार गये हैं। मंत्री ही नहीं, जदयू के कई और बड़े नेता इस चुनाव में औंधे मुंह गिरे हैं। पूर्व मंत्री और जदयू की शराब रोकने वाली वाहिनी की अध्यक्ष रंजू गीता बाजपट्टी से चुनाव हार गयीं। नीतीश के बेहद खास माने जाने वाले जदयू के रंगीला विधायक श्याम बहादुर सिंह बरहरिया सीट से हार गये। चेरिया बरियारपुर से बहुचर्चित पूर्व मंत्री मंजू वर्मा चुनाव हार गईं । एकमा से बाहुबली धूमल सिंह की पत्नी चुनाव हारीं। पार्टी ने धूमल सिंह के बदले उनकी पत्नी को टिकट दिया था। मटिहानी ने नीतीश की पार्टी के बड़बोले विधायक बोगो सिंह चुनाव हार गये। शेखपुरा से नीतीश कुमार के एक और करीबी विधायक रणधीर कुमार सोनी उर्फ सोनी मुखिया चुनाव हार गये। नीतीश कुमार की पार्टी जिन सीटिंग सीटों पर चुनाव हारी उनमें अगिआंव, बेलसंड, विभूतिपुर, धौरैया, डुमरांव, घोषी, हसनपुर, इस्लामपुर, करगहर, खगड़िया, कोचाधामन, कुर्था, महाराजगंज, महनार, मोरवा, नवीनगर, नाथनगर, फुलवारीशरीफ, रफीगंज, शिवहर, शेरघाटी, ठाकुरगंज, नवादा और जीरादेई शामिल हैं।

पाला बदल कर आये विधायकों का बुरा हाल

विधानसभा चुनाव से पहले राजद और कांग्रेस के कई विधायक पाला बदल कर जदयू में शामिल हो गये थे। उन सबों का बुरा हाल हुआ। पालीगंज सीट से पिछला चुनाव राजद से जीतने वाले जयवर्धन यादव इस बार जदयू का उम्मीदवार बन कर हारे। वहीं, गोविंदपुर से कांग्रेस की विधायक रही पूर्णिमा यादव भी जदयू में आकर चुनाव हारीं। सासाराम से अशोक कुमार, तेघड़ा से राजद के विधायक रहे वीरेंद्र सिन्हा जैसे विधायक भी चुनाव हार गये। वैसे बरबीघा से कांग्रेस के विधायक रहे सुदर्शन कुमार भी पाला बदल कर जदयू में आये थे। लेकिन बेहद कम वोटों से इस बार चुनाव जीतने में सफल रहे।

जदयू के मंत्री जिन्हें चुनाव में मिली है पराजय

उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह-दिनारा सीट पर तीसरे स्थान पर रहे

शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा जहानाबाद सीट से हारे

समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह हथुआ सीट से हारे

ग्रामीण विकास मंत्री शैलेश कुमार जमालपुर सीट से हारे

आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय लौकहा सीट पर हार गए

परिवहन मंत्री संतोष निराला राजपुर सीट पर हारे

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज सिकटा सीट से हार गए

अनुसूचित जाति, जनजाति कल्याण मंत्री रमेश ऋषिदेव से सिंघेश्वर सीट से हारे

 


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