नई दिल्ली, 05 सितम्बर (हि.स.)। संकटग्रस्त ऑटो सेक्टर को केंद्र सरकार ने बड़ी राहत दी है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सियाम की सालाना बैठक में गुरुवार को कहा कि सरकार का पेट्रोल-डीजल वाहनों को बंद करने का काई इरादा नहीं है।
दरअसल गडकरी राजधानी दिल्ली में आयोजित वाहन निर्माता कंपनियों के संगठन ‘सियाम’ की सालाना बैठक में बोल रहे थे। सियाम की सालाना बैठक में ऑटो इंडस्ट्री की चिंताओं को दूर करते हुए गडकरी ने कहा कि वायु प्रदूषण बड़ी समस्या बनता जा रहा है। इसको लेकर लोगों ने पेट्रोल-डीजल वाली गाड़ियों को बंद करने का सुझाव दिया है लेकिन सरकार का ऐसा कोई इरादा नहीं है।हालांकि, गडकरी ने ऑटो निर्माता कंपनियों से वायु प्रदूषण को कम करने वाली तकनीक विकसित करने पर जोर दिया।
गडकरी ने सालाना बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क परिवहन मंत्रालय अगले तीन महीनों में हाईवे की 68 परियोजनाओं की घोषणा करने वाला है। उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं के निर्माण पर करीब पांच लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा, जिससे लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
साथ ही गडकरी ने कहा कि उन्होंने सियाम को सलाह दी है कि बैंकों की ओर से वाहन लोन की उपलब्धता कम होने की स्थिति को देखते हुए वाहन कंपनियां अपना एनबीएफसी बनाकर वाहन लोन दे सकती हैं।
उल्लेखनीय है कि नीति आयोग ने सरकार को प्रस्ताव दिया था कि तिनपहिया वाहनों को 2023 और 150सीसी से कम क्षमता वाले दो पहिया वाहनों को 2025 तक बंद कर उनकी जगह इलेक्ट्रिक वाहन चलाए जाएं। जिसके बाद नीति आयोग के इस प्रस्ताव की ऑटोमोबाइल जगत में काफी आलोचना हुई थी। हालांकि अभी सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है।