एनएचएआई की 7 मंजिला इमारत को तैयार होने में लगे 9 साल, गडकरी ने अधिकारियों को सुनाई खरी-खरी

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अयोग्य अधिकारियों का एनएचएआई से होगा सफाया  गडकरी को सीधे रिपोर्ट करेंगे जीएम और सीजीएम



नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से द्वारका सेक्टर-10 में नवनिर्मित भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की नई इमारत का उद्घाटन किया। गडकरी ने निर्माण में हुई देरी पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि एनएचएआई को सुधारों से गुजरना होगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2008 में इमारत के निर्माण की योजना बनी थी और 2011 में ठेका आवंटित कर दिया गया था। उन्होंने इस पर नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि लगभग एक हजार करोड़ रुपये के इस काम को पूरा करने में नौ साल का समय लगा। इस दौरान केंद्र में दो सरकारें और 8 चेयरमैन बदल गये, तब जाकर यह कार्य पूरा हुआ।  उल्लेखनीय है कि इमारत के निर्माण पर 135 करोड़ रुपये की लागत आई है। गडकरी ने कहा कि अब एनएचएआई के अयोग्य और अक्षम अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का समय आ गया है। महाप्रबंधक (जीएम) और मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) सीधे मुझे रिपोर्ट करेंगे।

यह ग्राउंड फ्लोर और 7 मंजिला इमारत 6086 वर्ग मीटर के प्लाट एरिया में बनाई गई है। इसमें दो बेसमेंट हैं। इमारत में 400 अधिकारियों और कर्मचारियों के बैठने की क्षमता है। इसकी पार्किंग में 225 कार एकसाथ खड़ी हो सकती हैं। यह इमारत सीसीटीवी और वाईफाई सहित अनेक अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इस इमारत में कार्यालय स्थानांतरित होने से एनएचएआई को किराये के भवनों पर खर्च होने वाले 50 लाख रुपये प्रतिमाह की बचत होगी।

उल्लेखनीय है कि एनएचएआई ने अपने कार्यालय के लिए एमटीएनएल के तीन फ्लोर और डीएमआरसी की इमारत को किराये पर ले रखा है। सरकार की हिदायतों के बावजूद काम में ढिलाई को गंभीरता से लेते हुए गडकरी ने देरी के संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों का इतिहास सामने आना चाहिए।उन्होंने जीएम और सीजीएम द्वारा गठित कमेटियों पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह काम के बजाय नकारात्मकात फैलाती हैं।

 


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