वित्‍त मंत्री ने बैंक कर्ज मामले में ट्वीट कर दिया माल्या से नीरव तक का हिसाब

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नई दिल्‍ली, 29 अप्रैल (हि.स.)। देश के कई बड़े पूंजीपतियों के 68 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बट्टे खाते में डाले जाने से जुड़ी खबर को लेकर कांग्रेस  के नेताओं द्वारा सरकार पर निशाना साधे जाने के बाद खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सरकार के बचाव में मंगलवार देर रात उतर आईं। सीतारमण कांग्रेसी   नेता राहुल गांधी और रणदीप सुरजेवाला ने आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले  को आरबीआई से सूचना का अधिकार कानून के तहत मिले जवाब जिसमें टॉप  50 विलफुल डिफाल्टर्स का कर्ज माफ करने को लेकर मीडिया में दिनभर चली खबरों का जवाब ट्वीट करके दिया है।

वित्त मंत्री ने देर रात मंत्रालय के ट्वीटर हैंडल से एक-एक कर कई ट्वीट कर डाले। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और रणदीप सुरजेवाला ने लोगों को गुमराह करने की कोशिश की है। निर्मला सीतारमण ने  केंद्र सरकार के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर सफाई कुछ ट्वीट के जरिए दी। उन्‍होंने बताया कि उनकी सरकार ने किस प्रकार डिफॉल्टर्स के खिलाफ ऐक्शन लिया है। वित्‍त मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है कि एनपीए के लिए आरबीआई  के तय किए 4 साल के प्रावधान चक्र के हिसाब से नियम तय किए गए हैं। ये  पूरा हो जाने पर ही बैंक एनपीए को राइट-ऑफ (बट्टे खाते) में डालते हैं, लेकिन   वे उधारकर्ता से वसूली की कोशिश जारी रखते हैं। इसके साथ ही लिखा है कोई कर्ज माफ नहीं किया गया है।

सीतारमण ने मेहुल चोकसी केस के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सरकार   ने कार्रवाई करते हुए चोकसी की 1936 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अटैच किया है, जिसमें 67.9 करोड़ रुपये की विदेशी संपत्ति शामिल है। इसके अलावा 597.75 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को सीज करते हुए चोकसी के खिलाफ   रेड कॉर्नर नोटिस भी इश्यू किया जा चुका है। वित्तमंत्री ने बताया कि चोकसी   के प्रत्यर्पण के लिए एंटीगुआ सरकार को एक अर्जी भी भेजी जा चुकी है। साथ  ही उसको उसे भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया भी जारी है।

वित्त मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि अब तक माल्या की करीब 8040 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया गया। इसके अलावा 1693 करोड़ रुपये  के शेयर जब्त किए जा चुके हैं। इसके साथ ही विज माल्या को भगोड़ा घोषित करते हुए प्रत्यर्पण की अर्जी दी गई है, जिस पर कार्रवाई जारी है।

इसके अलावा वित्त मंत्री ने कहा कि हीरा व्यापारी नीरव मोदी की करीब 2387 करोड़ रुपये की संपत्ति को भी सरकार ने अटैच या सीज किया है। नीरव मोदी  की जिन संपत्तियों को सरकार ने अटैच या सीज किया है, उसमें 961.47 करोड़ रुपये की विदेशी संपत्ति भी शामिल है। सीतारमण ने कहा कि देश छोड़कर भागा नीरव फिलहाल यूके की एक जेल में है, जिस पर प्रत्‍यर्पण की कार्रवाई जारी है।

उल्‍लेखनीय है कि मीडिया में हीरा व्यापारी मेहुल चौकसी सहित जानबूझकर कर्ज न चुकानेवाले 50 टॉप विलफुल डिफॉल्टर्स का 68,607 करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया यानी बट्टे खाते में डाल दिया खबरें चली, जिसका मतलब है कि बैंकों का ये पैसा नहीं मिलने वाला है। इस पूरे मामले में कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। वित्त मंत्री ने बताया कि विजय माल्या से लेकर नीरव मोदी तक बीजेपी सरकार ने कर्ज वसूली के लिए क्या कदम उठाए हैं।

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि राहुल गांधी और रणदीप सुरजेवाला ने लोगों को गुमराह करने की कोशिश की है। सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने जानबूझ कर सरकारी बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने वाले, फंसे कर्जों और राइट-ऑफ (बट्टे खाते) पर गुमराह करने की कोशिश की, जिसमें 2009-10 और 2013-14 के बीच अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों ने 145226 करोड़ रुपये की राशि को राइट-ऑफ (बट्टे खाते में) किया था। सीतारमण ने ये भी लिखा है कि आशा है कि राहुल गांधी ने डा. मनमोहन सिंह से सलाह ली होगी कि यह राइट-ऑफ (बट्टा खाता) किस बारे में था।


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