नई दिल्ली, 05 जुलाई (हि.स.)। देश की पहली पूर्णकालिक वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण पांच जुलाई, शुक्रवार को पूर्वाह्न 11 बजे संसद में आम बजट पेश करेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रहीं वित्तमंत्री के सामने सुस्ती के दौर से गुजर रही अर्थव्यवस्था को रफ्तार देना, किसानों की इनकम को बढ़ाना, रोजगार के अवसर को बढ़ाना और मध्यम वर्ग तथा सैलरी क्लास को आयकर की सीमा में छूट देने जैसी तमाम चुनौतियों से गुजरना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि साल 2014 की तुलना में बड़े जनादेश के साथ फिर से सत्ता में लौटी सरकार को जनता की उम्मीदों को पूरा करना आसान नहीं होगा। वित्तमंत्री ने आर्थिक सर्वे पेश करते वक्त कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 में देश की विकास दर सात फीसदी रहेगी। सरकार के सामने इस रफ्तार को बढ़ाकर आठ फीसदी तक ले जाना है ताकि साल 2025 तक देश को पांच ट्रिलियन डॉलर (पांच लाख करोड़ डॉलर) की इकोनॉमी बनाने के लिए इतनी रफ्तार आवश्यक है। आर्थिक सर्वे में निवेश और रोजगार को प्रमुखता दी गई है। अब देखना होगा कि आर्थिक सर्वे में कही गई बातों और सुझाव को वित्त मंत्री अपने बजट में कितना अहमियत देती है। हिन्दुस्थान समाचार आम बजट से जुड़ी तमाम खबरों से आपको अवगत कराएगा। खासकर सरकार की उन प्राथमिकताओं को जिस पर सबकी नजर होगी।