बलिया, 14 फरवरी (हि.स.)। निर्भया के गांव में सरकारी अस्पताल पर चिकित्सक व अन्य सुविधाओं की कमी को लेकर जारी आंदोलन शुक्रवार शाम समाप्त हो गया। ग्रामीणों की मांगें मान ली गईं। इस बीच निर्भया के दादा से बलिया के सीएमओ डा. पीके मिश्र ने खेद जताया। इसके बाद उन्होंने भी आत्मदाह करने की धमकी वापस ले ली।
निर्भया के साथ दरिंदगी के बाद उसके पैतृक गांव में नया प्राथमिक चिकित्सालय पर रोजाना चिकित्सक की उपलब्धता, साफ-सफाई व बिजली-पानी को लेकर ग्रामीण चार दिन से धरने पर थे। इन्ही मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन के दरम्यान सीएमओ डा. पीके मिश्र के बेतुके बोल संबंधित वीडियो वायरल हो गया था जिसमें उन्हें यह कहते हुए पाया गया था कि ‘निर्भया के गांव में किसी ने डॉक्टरी की पढ़ाई नहीं की और यहां डॉक्टर चाहिए। निर्भया दिल्ली पढ़ने क्यों गई ? पहले डॉक्टर की पढ़ाई करें फिर इसमें डॉक्टर बन जाएं।’ जिसको लेकर निर्भया के दादा भी खासे नाराज हो गए थे। उन्होंने शुक्रवार को सुबह कहा कि यदि सप्ताह भर के अंदर सीएमओ को निलंबित नहीं किया गया तो वे इसी अस्पताल के गेट पर आत्मदाह करने को बाध्य होंगे।
उधर, सीएमओ के कथित बेतुके बोल को लेकर डीएम श्रीहरि प्रताप शाही ने जांच के आदेश दिए थे। हालांकि जिले में बढ़ते रोष को देखते हुए जिला प्रशासन ने निर्भया के गांव के लोगों की मांगें मान ली। आश्वासन दिया गया कि निर्भया के गांव न्यू पीएचसी पर एक डॉक्टर व एक चौकीदार की तैनाती के आदेश भी दे दिए गए हैं। साथ ही साफ-सफाई कराई जाएगी। बिजली-पानी की व्यवस्था भी जाएगी। इस पर ग्रामीण मान गए। सीएमओ पीके मिश्र ने निर्भया के दादा को गले लगाकर खेद जताया। इस पर वे भी मान गए।