वरंगल (तेलंगाना), 24 मई (हि.स.)। वरंगल जिले में गीसुगोंडा मंडल के गोर्रेकुंटा इंडस्ट्रियल एरिया में एक कुएं से नौ शव मिलने के मामले में पुलिस को कुछ अहम सूत्र मिले हैं। इन सूत्रों का इशारा सामूहिक हत्या की ओर जा रहा है। एक युवती सहित तीन लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। राज्य के गृह मंत्री ने पुलिस आयुक्त को गहन जांच करने के आदेश दिये हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी वरंगल रूरल जिले के अधिकारियों से जानकारी ली।
शुक्रवार काे वारंगल जिले के गोर्रेकुंटा गांव में एक कुएं में मिले नौ प्रवासियों के शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस को अब इस कांड में हत्या का कोण जुड़ता नजर आ रहा है। सरकारी एमजीएम अस्पताल में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि इन लोगों को कुएं में धकेला गया था, जिससे इनके डूबने से मौत हुई है। बताया गया है पोस्टमार्टम में दो शवों के फेफड़ों में पानी नहीं मिला है। इस पर पुलिस को संदेह है कि इन दोनों को शराब के नशे में खींच कर कुएं तक लाया गया और इनको कुएं में धकेल दिया गया। इनके शरीर पर घसीटने के निशान भी पाए गए हैं। पुलिस ने कुएं में उतरकर छानबीन की। कुएं से सिर्फ तीन मोबाइल फोन जप्त किये गये। इन फोनों की कॉल डाटा की जांच की जा रही है। पुलिस ने याकूब और संजय नाम के दो युवक को हिरासत में लिया है। पुलिस को पता चला है कि घटना से पूर्व शाम 6 बजे मृतक मकसूद ने बिहार के दो युवकों से फोन पर बातचीत की थी। इन दो युवकों के बयान से मामला सुलझ सकता है। पुलिस के सूत्रों के अनुसार इस घर में हुई बर्थडे पार्टी में एक युवती भी शामिल हुई थी, पुलिस ने उस युवती को भी हिरासत में ले लिया है। इन दोनों युवक और युवती से पूछताछ चल रही है। पुलिस ने उम्मीद जतायी कि शीघ्र ही इस मामले का खुलासा कर दिया जायेगा। इसी बीच राज्य के गृहमंत्री मोहम्मद अली ने वरंगल पुलिस आयुक्त को इस घटना की गहनता से जांच करने के आदेश दिए हैं। मृतकों के परिजनों के पश्चिम बंगाल से आने की खबर मिलने पर पुलिस ने शव को सुरक्षित रखवा दिया है।
उल्लेखनीय है कि 21 मई की शाम को पुलिस ने वरंगल जिले के गोर्टेकुंटा में एक कुएं से चार लोगों के शव बरामद किये गये। 22 मई को फिर उसी कुएं से पुलिस ने पांच और शव और बरामद किये थे। यह सभी प्रवासी मजदूर थे, जो यहां एक बोरा के गोदाम में ही रहते थे