मॉस्को, 28 अगस्त (हि.स.)। संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को समाप्त करने का भारत का निर्णय उसकी संप्रभुता के अनुरूप है। ये बातें भारत में नए रूसी राजदूत निकोले कुदाशेव ने बुधवार को कहीं।
कुदाशेव ने ट्वीट कर कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जो भी विवादित मुद्दे हैं उनका निराकरण शिमला समझौता और लाहौर घोषणा के दायरे में बातचीत के जरिए होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी रूस ने कश्मीर पर भरत के फैसले को आंतरिक बताया था और कश्मीर विवाद को द्विपक्षीय बताया था। कश्मीर पर पाकिस्तान पूरे विश्व से गुहार लगा रहा है और उसको हर जगह झटका ही लग रहा है। कोई देश उसका समर्थन करने को तैयार नहीं है। इसी कड़ी में रूसी राजदूत का बयान महत्वपूर्ण है, लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए किसी आपदा से कम नहीं है।