हनी ट्रैप में पारंगत आतंकी तानिया को एनआईए ने लिया हिरासत में
कोलकाता, 12 जून (हि.स.)। प्रेम जाल में फांस कर सैन्य अथवा पुलिसकर्मियों से गोपनीय तथ्य हासिल करने कि आतंकी साजिश के तार आखिरकार पश्चिम बंगाल से भी जुड़ गए हैं। हनी ट्रैप में पारंगत लश्कर-ए-तैयबा की युवा आतंकी तानिया परवीन को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को अपनी हिरासत में ले लिया है। वह फिलहाल दमदम सेंट्रल जेल में बंद थी।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के दो जासूसों को एनआईए की टीम ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि खूबसूरत लड़कियों के जरिए हनी ट्रैप कर गोपनीय जानकारी हासिल किया करते थे जिसका इस्तेमाल आतंकी वारदातों को अंजाम देने के लिए किया जाता था। पूछताछ के बाद यह भी पता चला था कि कोलकाता में लश्कर-ए-तैयबा की सक्रिय सदस्य तानिया परवीन भी इस मामले में महारथी थी और सेना के पूर्वी कमान के जवानों से उसका संपर्क रहा है।
उसे मार्च महीने में पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उसे उत्तर 24 परगना के बादुरिया से गिरफ्तार किया था। वह कॉलेज की छात्रा है। उसके घर से आतंकी गतिविधियों से संबंधित किताबें, वीडियो और कई अन्य लिंक बरामद हुए थे। यहां तक कि हवाला के जरिए आतंकियों तक रुपये पहुंचाने के कारोबार में भी वह शामिल थी। उसके बाद से उसे दमदम सेंट्रल जेल में बंद रखा गया था।
एनआईए उससे पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि उसने सेना के कितने कर्मचारियों को अपने प्रेम जाल में फंसाया था उसके और साथी कौन-कौन हैं। किस तरह से हनीट्रैप को चलाया जाता था। उसने किस तरह के गोपनीय दस्तावेज अथवा जानकारी हासिल की है आदि। जांच में यह भी पता चला है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के इशारे पर यह सब कुछ किया जाता था और गोपनीय तथ्यों का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भी होता था।