नई दिल्ली, 25 नवम्बर (हि.स.)। नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल (एनजीटी) ने दिल्ली सरकार को आवासीय क्षेत्रों में चल रही 4,774 कंपनियों को तुरंत बंद करने का निर्देश दिया है। एनजीटी चेयरपर्सन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल ने कहा है कि एक दिसम्बर से पहले सर्वेक्षण के लंबित काम को भी पूरा कर लें। एनजीटी ने 15 जनवरी,2020 से पहले स्टेटस रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया। अभी तक 29,877 इकाइयों पर सर्वेक्षण का काम लंबित है।
एनजीटी ने पर्यावरण को और नुकसान से बचाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस प्रभा रानी की अध्यक्षता में गठित निरीक्षण कमेटी (ओवरसाइट कमेटी) की रिपोर्ट पर गौर करते हुए ये आदेश जारी किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिहायशी इलाकों में चलने वाले 4774 उद्योगों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है। सुनवाई के दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव ने कहा कि कारण बताओ नोटिस सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद अनावश्यक रूप से जारी किए गए हैं। तब एनजीटी ने कहा कि पहले अवैध रूप से चल रहे उद्योगों को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक बंद करें और कानून का उल्लंघन करने वालों से जुर्माना वसूलें। ऐसा नहीं करने पर संबंधित निगमायुक्त जिम्मेदार होंगे। आदेशों का पालन नहीं होने पर निगम आयुक्तों की सैलरी रोकी भी जा सकती है।
जस्टिस प्रतिभा रानी के नेतृत्व में गठित इस कमेटी में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, डीएसआईआईडीसी, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी, डीडीए, संबंधित डीएम और नगर निगमों के प्रतिनिधि शामिल थे। पिछले 30 जनवरी को सुनावाई के दौरान एनजीटी ने पाया था कि मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन करते हुए दिल्ली के रिहायशी इलाकों में 51,837 उद्योग चल रहे हैं। इन उद्योगों से प्रदूषण बढ़ रहा है। इनमें डाई, केमिकल, रबड़, एस्बेस्टस, प्लास्टिक, इलेक्ट्रिकल, ऑटो स्पेयर पार्ट्स, आयरन स्मेल्टिंग और सीएफएल लाइट से जुड़े उद्योग शामिल हैं। इनसे निकलने वाले औद्योगिक कचरे सीधे नाले या हवा में डाले जाते हैं।
दिल्ली के उद्योग विभाग के आंकड़े के मुताबिक जिन इलाकों में पर्यावरण नियमों का सबसे ज्यादा उल्लंघन हुआ है उनमें पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर, कीर्ति नगर, रमेश नगर, जंगपुरा, नजफगढ़ और मानसरोवर गार्डन में जबकि दक्षिणी दिल्ली में भोगल, आश्रम, महिपालपुर, महारानी बाग और जंगपुरा शामिल हैं। उसी तरह पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर, झील, शास्त्री नगर, कैलाश नगर, जाफराबाद और शाहदरा और सेंट्रल दिल्ली में सदर बाजार, चांदनी चौक, मलकागंज, बल्लीमारन, लालकुंआ और कश्मीरी गेट में पर्यावरण नियमों के उल्लंघन की समस्या है। इसके अलावा करोलबाग, पटेल नगर, आनंद पर्वत, रोहतक रोड, राजेंद्र नगर, ओल्ड राजेंद्र नगर, जीटी रोड, बदरपुर और विश्वास नगर में पर्यावरण नियमों की ज्यादा शिकायतें हैं।