अगली बार मौका मिला तो सिंचाई के लिए हर खेत तक जरूर पहुंचाएंगे पानीः नीतीश

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सीएम ने किया 70 घाट पुल सहित कई योजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यासकहा, सड़कों की क्वॉलिटी अच्छी होनी चाहिये सड़क सुरक्षा के लिए भी उठाये गये कदम



पटना, 16 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दावा किया कि अगली बार काम करने का मौका मिला तो हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी जरूर उपलब्ध करा देंगे। उन्होंने कहा कि सड़कों के बेहतर निर्माण से इको टूरिज्म को बढ़ावा मिला है। कृषि कार्य तथा व्यापार में भी बढ़ोतरी हुई है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत अपलिफ्ट कर गंगा नदी के जल की शुद्ध पेयजल के रूप में आपूर्ति गया, बोधगया, नवादा और राजगीर में की जाएगी। सीएम मंगलवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पथ निर्माण और जल संसाधन विभाग की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

नीतीश ने कहा कि लखीसराय बाइपास के निर्माण होने से आवागमन में लोगों को अब और सहूलियत होगी। सासाराम बाइपास फेज-1 का शिलान्यास किया गया है, जिसका निर्माण पूरा होने के बाद वहां के लोगों को भी जाम से राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि कुंदर बराज के निर्माण और 4 अदद सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण कार्य से न सिर्फ 5251 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता का पुर्नस्थापन होगा, बल्कि 6926 हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन भी होगा। उन्होंने कहा कि हमलोग न सिर्फ योजनाओं का शिलान्यास करते हैं, बल्कि उसके निर्माण कार्य की समीक्षा भी करते हैं और कार्यस्थल पर जाकर उसका मुआयना भी करते हैं ताकि गुणवत्तापूर्ण कार्य ससमय पूर्ण हो सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क का सिर्फ निर्माण नहीं करना है, बल्कि उसका मेंटनेंस भी निरंतर करते रहना है। सड़कों की क्वॉलिटी अच्छी होनी चाहिये। उसका निरंतर मेंटनेंस होना चाहिये। हम स्टैंडर्ड सड़कें बनाने के पक्ष में हैं। सड़कों और पुलों के निर्माण के साथ ही उनकी मेंटेनेंस की भी नीति बनायी गई है। ओपीआरएमसी की अवधि को 5 वर्ष से बढ़ाकर 7 वर्ष कर दी गई है। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, जल संसाधन मंत्री संजय झा, जबकि कार्यक्रम स्थल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री सह पूर्वी चंपारण के प्रभारी मंत्री विनोद नारायण झा, सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, विधायक अशोक कुमार ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम मंत्री प्रेम कुमार, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और कई मंत्रियों सहित मुख्य सचिव और कई अधिकारी मौजूद थे।

सड़क मार्ग से 6 घंटे में राजधानी पटना पहुंचने के लक्ष्य पूरा

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के सुदूरवर्ती इलाके से सड़क मार्ग से 6 घंटे में राजधानी पटना पहुंचने के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है और अब 5 घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है। इसके लिए सड़कों का निर्माण, सड़कों का चौड़ीकरण, अनेक

पुल-पुलियों के निर्माण के साथ ही एप्रोच सड़कों का निर्माण लगातार कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सड़कों और पुलों की बेहतर गुणवत्ता के साथ निर्माण और उसका निरंतर मेंटेनेंस हमलोगों की महत्वपूर्ण नीति है।

50 करोड़ की डीपीआर तैयार, बनेगी 23.5 किमी सड़क

मुख्यमंत्री ने कहा कि लखीसराय जिला अंतर्गत बड़हिया से खुटहा होते हुये एनएच-80 तक 23.5 किलोमीटर सड़क के निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार कर ली गयी है। इस सड़क का निर्माण कराया जायेगा। इस सड़क के निर्माण से लोगों को बड़हिया से सूर्यगढ़ा जाने में काफी सहूलियत होगी।

लॉकडाउन में गंभीरतापूर्वक जिम्मेदारियों का निर्वहन किया

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की जनता ने लॉकडाउन के दौरान निर्धारित नियमों का पालन सजगता से करते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति जागरूकता का प्रदर्शन किया। साथ ही पदाधिकारियों ने भी ऐसी परिस्थिति में अपनी जिम्मेदारियों का गंभीरतापूर्वक निवर्हन किया है।

इन योजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यास

मुख्यमंत्री ने पूर्वी चंपारण के केसरिया प्रखंड अंतर्गत गंडक नदी के सत्तर घाट पर 263.48 करोड़ से बने पुल का तथा लखीसराय के चानन प्रखंड में 146.25 करोड़ की लागत से लोवर किउल नदी घाटी सिंचाई योजना के आधुनिकीकरण कार्य के अंतर्गत कुंदर बराज निर्माण योजना और सूर्यग-सजय़ा प्रखंड में 4 अदद सिंचाई योजनाओं का उद्घाटन तथा लखीसराय बाइपास (रेलवे ऊपरी पुल सहित) का लोकार्पण किया। साथ ही रोहतास जिलान्तर्गत 122.39 करोड़ की लागत से सासाराम बाइपास (बेदा से मोकर तक) का शिलान्यास भी किया।

 


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