बिश्केक में मोदी और इमरान की संक्षिप्त मुलाकात को दुनियादारी बताया

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अगर भारत बातचीत के लिए तैयार नहीं तो हमें भी कोई जल्दी नहींः कुरैशीकरतारपुर कॉरिडोर के पहले चरण की  निर्माण लागत 13 अरब रुपये 



नई दिल्ली, 15 जून (हिं.स)।किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और इमरान की संक्षिप्त मुलाकात को पाकिस्तान के सभी अखबारों ने अपने प्रथम पृष्ठ पर प्रकाशित किया है। पाकिस्तान में शनिवार को प्रकाशित रोजनामा पाकिस्तान, जंग, नवाएवक्त और एक्सपेस्र न्यूज समेत लगभग सभी समाचारपत्रों ने दोनों नेताओं के दरमियान हुई इस संक्षिप्त मुलाकात को अनौपचारिक बताया है। इस सम्बंध में प्रकाशित अधिकतर खबरों में लिखा गया है कि इस दौरान दोनों प्रधानमंत्रियों ने एक दूसरे से मुसाफा किया (हाथ मिलाया) और रस्मी बातचीत की। मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी को आम चुनावों में मिली जीत पर इमरान खान ने बधाई दी।
मोदी और इमरान खान की इस मुलाकात पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बयान को नवाएवक्त ने इसी खबर में आगे छापा है तो वहीं दैनिक पाकिस्तान और जंग ने इस पर बाकायदा अलग खबर  चलाई है। नवाएवक्त ने इस सिलसिले में कुरैशी के बयान को प्रकाशित करते हुए लिखा है कि दोनों की मुलाकात पहले से तयशुदा नहीं थी। बस दुनियादारी थी, वह हुई। वहीं दैनिक पाकिस्तान ने शाह महमूद कुरैशी के हवाले से लिखा है कि वार्ता के सिलसिले में हमें जो कहना था, कह दिया। ऐसा लगता है भारत सरकार अभी चुनाव मोड से बाहर नहीं आई है। अगर भारत बातचीत के तैयार नहीं है, तो हमें भी कोई जल्दी नहीं है। जंग ने अपनी खबर में आगे लिखा है वार्ता के लिए पाकिस्तान को कोई जल्दबाजी और घबराहट नहीं है। भारत जब भी इसके लिए तैयार होगा, पाकिस्तान को तैयार पाएगा। इसपर अखबार ने महमूद कुरैशी के बयान को आगे बढ़ाते हुए लिखा कि मोदी कुछ खोए-खोए से नजर आए। ऐसा लग रहा था कि मोदी जी प्रधानमंत्री इमरान खान से आंखें नहीं मिला पा रहे हों। इमरान खान के सम्बोधन पर मोदी की आंखें बंद थीं।
रोजनामा दुनिया ने तो इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए लिखा है कि बिश्केक में प्रधानमंत्री इमरान खान आकर्षण का केंद्र रहे तो मोदी तन्हाई का शिकार रहे। अखबार ने लिखा है कि किर्गिस्तान सरकार द्वारा पाकिस्तान की सराहना और भारतीय पीएम मोदी के प्रति कम चाहत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है बिश्केक पहुंचने पर इमरान का स्वागत किर्गिस्तान के प्रधानमंत्री ने किया तो मोदी का स्वागत उप प्रधानमंत्री ने किया। सम्मेलन में वैश्विक नेताओं के साथ इमरान की बातचीत खुशगवार अंदाज में रही तो प्रधानमंत्री मोदी तन्हाई का शिकार दिखाई दिए।
दैनिक जंग ने एससीओ सम्मेलन से मोदी के सम्बोधन को प्रकाशित करते हुए लिखा है कि भारतीय प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर दहशतगर्दी पर वैश्विक सम्मेलन बुलाने की मांग करते हुए कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों का मूल्यांकन किया जाए और उन्हें अलग-थलग किया जाए। इसके साथ ही अखबार ने भारत और किर्गिस्तान के दरमियान हुए 15 समझौतों की बात भी लिखी है।
वहीं नवाएवक्त और रोजनामा पाकिस्तान ने गुरू अर्जन देव के शहीदी दिवस पर आयोजित होने वाले जोड़ मेले में शिरकत के लिए भारत से आने वाले सिख यात्रियों को रोके जाने की खबर प्रकाशित करते हुए इसे भारत की हठधर्मी करार दिया। अखबार लिखता है कि भारत के इस रवैये से भारतीय और पाकिस्तानी सिख नेताओं में रोष है।
एक्सप्रेस न्यूज ने शुक्रवार को पुलवामा मुठभेड़ में 2 आतंकियों के मारे जाने की खबर को भारतीय आतंकवाद करार देते हुए इसे कश्मीरी नौजवानों की शहादत बताया है। खबर में आगे हुर्रियत नेता सैय्यद अली शाह गिलानी के उस बयान को छापा है कि जिसमें उन्होंने कश्मीर को बंटवारे का अधूरा एजेंडा कहा है। इसके साथ ही इसमें दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा शब्बीर अहमद शाह, मसरत आलम बट और आसिया इंदराबी को 12 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेजे जाने को भी छापा गया है।
दैनिक जंग ने करतारपूर कॉरिडोर के पहले चरण के निर्माण पर 13 अरब रुपये की लागत आने और इसी नवंबर तक पूरे होने की खबर को प्रकाशित किया है। वहीं नवाएवक्त ने भारत द्वारा अगले महीने चांद पर अपना दूसरा मिशन भेजने की खबर को प्रमुखता दी है।
दूसरी तरफ पाकिस्तान के अधिकतर अखबारों ने फर्जी एकाउंट मामले में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बहन फरयाल तालपुर और पंजाब के वनमंत्री सिब्तेन खान की गिरफ्तारी समेत, डॉल और सोना के पाकिस्तान के इतिहास से सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचने और पंजाब व सिंध सूबों के बजट की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की हैं।

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