नई दिल्ली, 30 नवंबर (हि.स.)। पाकिस्तान से प्रकाशित होने वाले अधिकांश अखबारों ने आज प्रधानमंत्री इमरान खान के आईएसआई मुख्यालय के दौरे की खबर को खासी अहमियत दी है। अखबारों ने लिखा है कि इस दौरान प्रधानमंत्री को देश के अंदर और बाहर सुरक्षा हालात से अगाह किया गया है। इसके साथ ही अधिकांश अखबारों ने द इकोनॉमिस्ट मैगजीन में प्रकाशित उस लेख का ज़िक्र करते हुए खबर प्रकाशित की है जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में एकल पार्टी का राज स्थापित करने में जुटे हुए हैं। खबर में यह भी कहा गया है कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि बस देश में एक ही राजनीतिक पार्टी रहे और बाकी सारी पार्टियां समाप्त हो जाएं।
अखबारों ने अफगानिस्तान बॉर्डर से सटे पाकिस्तानी इलाके चमन में पुलिस और व्यापारियों के बीच हुए संघर्ष में चार लोगों के जख्मी होने की खबर और पाकिस्तान के सूबा पंजाब में पांच दिवसीय विशेष पोलियो अभियान की शुरुआत और पंजाब सरकार की तरफ से बेहतर कार्य करने वाले जिलों को सम्मानित किए जाने की खबर भी प्रमुखता से छापी है। साथ ही भारत के जम्मू-कश्मीर में निकाय चुनाव समाप्त होने और वहां पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जाने की खबर भी दी गई है। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा जंग, रोजनामा जिन्नाह, रोजनामा नवाएवक्त के पहले पृष्ठ की सुर्खियां बनी हैं।
रोजनामा पाकिस्तान में मुस्लिम लीग (एन) के लीडर शाहबाज शरीफ का यह बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि मुल्क बर्बादी के मुहाने पर है। मौजूदा हुकूमत मुल्क को बर्बाद करने में लगी हुई है। मुल्क को बचाने के लिए डायलॉग की जरूरत है। शाहबाज शरीफ अपनी माता के निधन होने की वजह से फिलहाल पांच दिन की पैरोल पर जेल से बाहर हैं। इसके अलावा अखबार ने सरकार और विपक्षी दलों को लेकर चल रही रस्साकशी की खबर को भी जगाह दी है। विपक्ष की आज मुल्तान में होने वाली रैली के स्थान को सरकार की तरफ से खाली कराकर सील कर दिया गया है और बहुत सारे लीडरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बावजूद विपक्षी लीडरों की तरफ से रैली आयोजित करने की जिद की खबर को भी महत्व दिया गया है।
रोजनामा नवाएवक्त ने भारत-चीन सीमा विवादों के बीच लद्दाख की पैंगोंग झील पर भारतीय सेना के विशेष मैरीन दस्तों को तैनात किए जाने की खबर प्रकाशित है। अखबार का कहना है कि भारतीय सेना के विषेश बल के जवानों को वहां पर सर्दी से बचाने के लिए उन्हें विशेष तौर से तैयार किए गए गर्म कपड़े भी उपलब्ध कराए गए हैं। झील पर निगरानी के लिए विशेष नाव भी उपलब्ध कराई गई है। अखबार में कहा गया है कि भारत सरकार की तरफ से यह सब कार्रवाई चीन के डर की वजह से की जा रही है।