नई दिल्ली, 27 जून (हिं.स.)।पाकिस्तान से गुरुवार को प्रकाशित अधिकतर समाचारपत्रों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता के लिए भारत का पाकिस्तान द्वारा समर्थन किए जाने की खबर को प्रमुखता से जगह दी है। रोजनामा जंग, नवाएवक्त और दुनिया ने इसे अपने प्रथम पृष्ठ पर प्रकाशित किया है। जंग ने इसे ‘पाकिस्तान के समर्थन से भारत सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य बनने के लिए नामांकित’ के शीर्षक से चलाई है तो वहीं नवाएवक्त और दुनिया ने इसे ‘पाकिस्तान ने सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता के लिए भारत का समर्थन कर दिया’ के शीर्षक से चलाया है। खबर में आगे लिखा गया है कि पाकिस्तान ने वर्ष 2021-22 के लिए सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता के लिए भारत का समर्थन किया है। पाकिस्तान समेत 55 देशों पर आधारित एशिया पैसेफिक ग्रुप के समर्थन से भारत इसके लिए निर्विरोध नामजद हो गया है। पाकिस्तान ने राजनयिक के द्विपक्षीय सिद्धांतों के तहत ऐसा किया है। पाकिस्तान 2012 और 2013 में सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य था और तब भारत ने भी पाकिस्तान का समर्थन किया था।
नवाएवक्त ने इसी खबर में भारत को दिए गए पाकिस्तान के समर्थन को कश्मीर पर सैद्धांतिक रुख से पीछे हटना और कश्मीरियों का दिल तोड़ने के साथ-साथ कश्मीर कॉज को नुकसान पहुंचाने वाला करार दिया है।
इसके अलावा खुफिया एजेंसी ‘रॉ’ और ‘आईबी’ के नए प्रमुखों की नियुक्ति को भी पाकिस्तानी समाचारपत्रों ने खासतौर से जगह दी है। रोजनामा पाकिस्तान, जंग और दुनिया ने इसे अपने प्रथम पृष्ठ पर जगह देते हुए ‘बालाकोट हमले का प्लान तैयार करने वाले गोयल रॉ प्रमुख नियुक्त’ के शीर्षक से चलाया है। इन अखबारों में खबर में आगे लिखा है कि भारत में बालाकोट हमले का प्लान तैयार करने वाले सामंत गोयल को प्रधानमंत्री मोदी ने रॉ प्रमुख नियुक्त किया है जबकि कश्मीरियों पर जुल्म ढाने वाले अरविंद कुमार को आईबी प्रमुख नियुक्त किया गया है। अखबारों ने लिखा है कि दोनों अधिकारी मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं।
भारत से इस बार रिकॉर्ड संख्या में हज पर जाने वालों की खबर को एक्सप्रेस न्यूज ने प्रथम पृष्ठ पर जगह दी है तो वहीं दैनिक जंग ने इसे अपने अंदरूनी अंतरराष्ट्रीय पन्नने पर छापा है। इसमें लिखा है कि भारत से इस बार रिकॉर्ड 2 लाख से अधिक लोग हज का फर्ज अदा करने का अवसर प्राप्त करेंगे। भारतीय आजमीने-हज को 21 शहरों से सीधे फ्लाइट के द्वारा सऊदी अरब पहुंचाया जाएगा और इसकी शुरूआत 4 जुलाई को होगी।
न्यूज एक्सप्रेस ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो के अफगानिस्तान दौरे की खबर प्रकाशित करते हुए उनके भारत दौरे का भी जिक्र किया है। दैनिक जंग ने संयुक्त राष्ट्र संघ की मानवाधिकार सम्बंधी रिपोर्ट को अपने अंतरराष्ट्रीय पन्ने पर जगह देते हुए लिखा है कि इसमें कश्मीर को नजरअंदाज किया गया है। अखबार का दावा है कि गत वर्षों में पहली बार हुआ है कि कश्मीर को इसमें शामिल नहीं किया गया है ।
उधर पाकिस्तान के अधिकतर अखबारों ने ऑल पार्टीज कांफ्रेंस (एपीसी) को अपना प्रमुख समाचार बनाया है। इसमें सीनेट के वर्तमान चेयरमैन पर अविश्वास जताने, नया चेयरमैन लाने और चुनाव के एक बरस पूरे होने पर 25 जुलाई को काला दिवस मनाने का फैसला लिया गया। इसके अलावा पाकिस्तान में डॉलर के बेकाबू होने, गैस, बिजली और सोना महंगा होने को भी कुछ समाचारपत्रों ने प्रमुख समाचार के तौर पर प्रकाशित किया है। वहीं आईसीसी विश्वकप में न्यूजीलैण्ड पर पाकिस्तान की जीत को भी सभी समाचारपत्रों ने प्रथम पृष्ठ पर जगह देते हुए इसे सेमीफाइनल में पहुंचने का रास्ता आसान होने के तौर पर प्रकाशित किया है।