नए साल के जश्न पर बारिश और ओलों का साया

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उत्तर भारत के पहाड़ी इलाके, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड़ और जम्मू-कश्मीर में तो बारिश और ओलावृष्टि के साथ-साथ बर्फबारी से भी सामना करना पड़ेगा।



नई दिल्ली, 31 दिसम्बर (हि.स.)। दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के इलाकों को लेकर आने वाले समय से सर्दी का प्रकोप और बढ़ने वाला है। पहले इन इलाकों को लोगों ने शीतलहर की मार झेली थी और अब आने वाले दिनों में बारिश और ओलावृष्टि से दो-चार होना पड़ेगा। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाके, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड़ और जम्मू-कश्मीर में तो बारिश और ओलावृष्टि के साथ-साथ बर्फबारी से भी सामना करना पड़ेगा।

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू-कश्मीर के करीब एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है, जो कि उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों को प्रभावित कर रहा है। पहले दिन पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में नए साल की शुरुआत बारिश और ओलावृष्टि से होगी।

एक पखवाड़ा के बाद दिल्लीवासियों को मंगलवार को मिली थोड़ी राहत
दिल्ली- एनसीआर में पिछले 14 दिसम्बर से सोमवार तक शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है। इसकी वजह से शहरवासियों को आम जनजीवन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। सबसे बुरा हाल राजधानी दिल्ली में सोमवार को हो गया, जब शीतलहर ने 119 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

मौसम विभाग के अऩुसार, सफदरजंग में सोमवार दोपहर दिन का अधिकतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रहा। साल 1901 में दिसम्बर के महीने में इतना दर्ज किया गया था। यह दिसम्बर महीने का सबसे दूसरा ठंड दिन था। वहीं, मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिलती नजर आई है। सुबह से आसमान साफ था, जिसके चलते हल्की धूप निकल आई। इसकी वजह से न्यूनतम तापमान में कुछ वृद्धि दर्ज की। आज न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री कम था, जबकि अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 91 फीसदी थी।

उत्तर भारत के कई राज्यों में पारा शून्य से नीचे
उत्तर भारत के राज्य भीषण ठंड की चेपट में हैं। इन राज्यों में पड़ा रही भीषण ठंड से लोगों का यहां जीन मुहाल हो गया है। उत्तर भारत में सर्दी से सबसे बुरा हाल उत्तर प्रदेश का है। मंगलवार को कई जगहों पारा शून्य से नीचे चला गया है, जबकि कई शहरों में दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 10 डिग्री नीचे रिकॉर्ड किया गया है।

स्काईमेट के अनुसार कानपुर में पारा शन्यू पर पहुंच गया। इससे पहले 21 दिसम्बर 2015 को 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो कि ऑल टाइम रिकॉर्ड था। बहराइच में तो 106 साल का रिकॉर्ड टूटा गया। यहां आज का न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे कम न्यूनतम तापमान 13 दिस्मबर 1973 में 0.5 डिग्री दर्ज हुआ था। वहीं राजधानी लखनऊ में सर्दी ने कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ा दिया है। लखनऊ में मंगलवार का न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 13 दिसम्बर 1973 में 0.5 डिग्री दर्ज किया गया था। यह लखनऊ का दूसरा सबसे ठंड दिसम्बर महीना है। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में रात में नहीं दिन में भी पिछले 24 घंटों में कई नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। मेरठ में 7.3, अलीगढ़ में 7.4, मुरादाबाद में 8.8, वाराणसी में 9 और कानपुर में 9.6 डिग्री सेल्सियस दिन का अधिकतम तापमान रहा।

मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत के राज्य दिल्ली,पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और बिहार में तापमान में कमी दिखाई दी है। दिल्ली में सबसे कम तापमान आयानगर में 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब में सबसे कम तापमान वाला शहर अमृतसर रहा। जहां दिन का तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजस्थान के पिंक सिटी कहने जाने वाले जयपुर में 3.4 डिग्री रहा। वही वेस्ट यूपी में आगरा और बरेली दोनों ही जगह तापमान 5.6 डिग्री दर्ज किया गया,जबकि बिहार में सबसे कम तापमान गया में दर्ज किया गया। जहां दिन का तापमान 4.8 और पटना में 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

स्काइमेट ने अनुमान लगाया है कि उत्तर प्रदेश में बुधवार से बारिश होने की संभावना है। अगले दो-तीन दिनों तक ऐसा ही बना रहेगा। कहीं पर हल्की तो कहीं पर मध्यम बारिश होगी। बारिश में ओले गिरने की संभावना बताई गई है।

ठंड और कोहरे ने बढ़ाई मौतों की संख्या
उत्तर भारत के पड़ी रही ठिठुरन वाली सर्दी से मौतों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अकेले उत्त प्रदेश में 63 लोगों की जाने चली गईं। वहीं कोहरे से हुए हादसे में यूपी में 7 और पंजाब में 2 लोगों की मौत हो गई। कड़ाके सर्दी से उत्तर भारत के राज्यों में अस्पतालों में मरीजों की वृद्धि हो रही है। यहां पर आने वाले ज्यादातर मरीज सांस से जुडी बीमारियों के हैं।

कोहरा के आंतक से ट्रेने प्रभावित, प्रदूषण पहुंचा खतरनाक स्तर पर
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के इलाकों को इस समय पड़ रहे भीषण कोहरे के चलते दिल्ली की तरफ आने व जाने वाली 34 ट्रेनें निर्धारित समय के कई घंटे देरी से चल रही हैं। इसके अवाला हवा की गति रुकने से दिल्ली-एनसीआर का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।

सफर इंडिया के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली में 2.5 पीएम का स्तर 208 दर्ज किया गया जो खतरनाक श्रेणी के स्तर में मापा जाता है। अगले तीन दिनों तक इस प्रकार का वायु प्रदूषण बना रहेगा।

 


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