न्यूजीलैंड ने जीता ‘सीएमजे स्पिरिट ऑफ क्रिकेट’ पुरस्कार

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कीवी टीम को लॉर्ड्स में आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्वकप-2019 के फाइनल में मैदान पर और उसके बाहर (दोनों ही जगह) दिखाई गई खेल भावना, विनम्रता और नि:स्वार्थता के लिए यह अवार्ड दिया गया।



 दिल्ली, 03 दिसम्बर (हि.स.)। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को वर्ष 2019 के क्रिस्टोफर मार्टिन-जेन्किन्स (सीएमजे) स्पिरिट ऑफ क्रिकेट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। कीवी टीम को लॉर्ड्स में आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्वकप-2019 के फाइनल में मैदान पर और उसके बाहर (दोनों ही जगह) दिखाई गई खेल भावना, विनम्रता और नि:स्वार्थता के लिए यह अवार्ड दिया गया। हैमिल्टन के सेडन पार्क स्टेडियम में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच ड्रा हुए दूसरे टेस्ट के दौरान न्यूजीलैंड टीम को यह पुरस्कार दिया गया। न्यूजीलैंड ने दो टेस्ट मैचों की यह श्रृंखला 1-0 से अपने नाम की। मेजबान न्यूजीलैंड ने पहला टेस्ट मैच पारी और 65 रन से जीता था।
केन विलियमसन की अगुवाई वाली टीम उस समय विश्वकप का खिताब जीतने से चूक गई थी, जब फाइनल  में मार्टिन गप्टिल के ओवरथ्रो पर दिए गए विवादास्पद छह रन की बदौलत खिताबी मुकाबला सुपर ओवर में खिंचा। इसके बाद सुपर ओवर भी टाई रहने पर बाउंड्री गिनते हुए आईसीसी के नियम के तहत इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया था। इस तरह इंग्लैंड पहली बार एकदिवसीय क्रिकेट में विश्व चैंपियन बना था। खिताब से वंचित होने के बाद भी कीवी टीम ने खूबसूरत तरीके से खेल भावना का प्रदर्शन किया, जिसके लिए उनकी दुनियाभर में प्रसंशा हुई थी।
मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष कुमार संगकारा ने न्यूजीलैंड टीम की सराहना करते हुए कहा कि न्यूजीलैंड की टीम वाकई इस पुरस्कार की हकदार है। टीम ने उस पल की गहमागहमी में भी खेलभावना का शीर्ष स्तर दिखाया, जो इतने शानदार फाइनल के लिए उपयुक्त था।
उल्लेखनीय है कि खेल भावना के लिए दिए जाने वाले इस अवार्ड की शुरुआत साल 2013 में एमसीसी और ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) ने मिलकर की थी। इसे एमसीसी के पूर्व अध्यक्ष और बीबीसी के टेस्ट मैच के विशेष कमेंटेटर रहे क्रिस्टोफर मार्टिन-जेन्किन्स की याद में शुरू किया गया था।

 


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