नोएडा, 31 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के जिला गौतमुद्धनगर के नए जिला अधिकारी सुहास लालिनाकेरे यथिराज बेहद साफ़ सुथरी छवि के अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। वह भारतीय प्रोफेशनल पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी है और पुरुष एकल के विश्व में दूसरे रैंक पर काबिज है।
सुहास एलवाई उत्तर प्रदेश कैडर के 2007 बैच के आईएएस अधिकारी है। मूल रूप से कर्नाटक के 36 वर्षीय सुहास एलवाई वर्ष 2016 में चीन के बीजिंग में आयोजित होने वाले एशियन पैरा बैडमिंटन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। वह अपने इंडोनेशियन प्रतिस्पर्धी को हरा कर स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय नौकरशाह के रूप में उभरे। उस वक्त वह आजमगढ़ के जिला अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। वर्ष 2016 में ही उन्हें उत्तर प्रदेश राज्य के सबसे बड़े नागरिक सम्मान यश भारती के साथ सम्मानित किया गया था।
नौकरशाही का भी है अनुभव
सुहास एलवाई खेल में तो कई रिकॉर्ड अपने नाम कर ही चुके है।जिला अधिकारी के रूप में भी वह अनुभवी है, गौतमबद्धनगर से पूर्व वह प्रयागराज, आजमगढ़, जौनपुर, सोनभद्र, हाथरस, और महाराजगंज में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
दो बच्चों के पिता है सुहास पत्नी भी है पीसीएस अधिकारी
सुहास एलवाई नेशनल इस्टिट्यूट टेक्नोलॉजी सुराथकल कर्नाटक से वर्ष 2004 में फर्स्ट क्लास से स्नातक है। उनकी पत्नी रितु सुहास भी पीसीएस अधिकारी है। जो अतिरिक्त नगर निगम आयुक्त प्रयागराज के रूप में कार्यरत है। इनके दो बच्चे हैं।
जिले में आते ही सबसे बड़ी चुनौती
कोरोना से लड़ना सुहास लालिनाकेरे यथिराज को भले ही खेल के मैदान में महारत हासिल हो लेकिन गौतमबुद्धनगर जिले में आने के बाद उनके सामने विश्व भर में फैले चाइनीज वायरस कोरोना (कोविड 19) से लड़ना सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। जिले के पूर्व जिलाधिकारी बीएन सिंह इसी से लड़ने में नाकाम होने के बाद नपे थे। भारत में सोमवार तक 1251 लोग कोरोना (कोविड 19) से संक्रमित हुए थे। जिसमें से 82 उत्तर प्रदेश में मामले थे, इसमें भी मात्र गौतमबुद्धनगर में 39 मामले थे। उल्लेखनीय है कि सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गौतमबुद्धनगर में हालात का जायजा लेने पहुंचे थे, एक ही कंपनी के 19 लोगो के संक्रमित होने के बाद उचित कार्रवाई न करने के कारण बीएन का तबादला करते हुए सुहास को यहां की जिम्मेदारी दी गई।