दूसरी बार सरकार ने बाहरी कैडर को बनाया कमिश्नर
नई दिल्ली, 28 जुलाई (हि.स.)। राजधानी दिल्ली में बीते मंगलवार को दिल्ली पुलिस के नये मुखिया राकेश अस्थाना को बनाया गया है, जो गुजरात कैडर के अधिकारी हैं। यह दूसरी बार है जब एजीएमयूटी कैडर को अनदेखा करते हुए किसी अन्य कैडर से पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। इससे पहले भी सरकार ने यूपी कैडर के आईपीएस अजय राज शर्मा को दिल्ली पुलिस की कमान सौपी थी।
जानकारी के अनुसार, पूर्व पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव बीते 30 जून को सेवानिवृत्त हुए थे। उनके सेवानिवृत्त होने पर केंद्र सरकार ने 1987 बैच के आईपीएस ताज हसन को अनदेखा करते हुए 1988 बैच के आईपीएस बालाजी श्रीवास्तव को पुलिस कमिश्नर कार्यभार देखने को कहा था, लेकिन सिर्फ 27 दिन बाद ही नए पुलिस कमिश्नर के रूप में 1984 बैच के आईपीएस राकेश अस्थाना का नाम घोषित कर दिया गया। इससे पूर्व दिल्ली पुलिस से उनका कोई नाता नहीं रहा है। ऐसे में उनके पुलिस कमिश्नर बनने पर आईपीएस अधिकारियों में हैरानी है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आमतौर पर दिल्ली पुलिस का कमिश्नर एजीएमयूटी कैडर के आईपीएस अधिकारी को ही लगाया जाता है, लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी अन्य कैडर का पुलिस अधिकारी दिल्ली पुलिस की कमान संभालेगा। इससे पहले वर्ष 1999 में यूपी कैडर के 1966 बैच के आईपीएस अजय राज शर्मा को दिल्ली पुलिस का कमिश्नर बनाया गया था। उस समय गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी थे।
नये मुखिया के समक्ष बड़ी चुनौतियां
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी की माने तो राकेश अस्थाना के समक्ष बड़ी चुनौतियां रहेंगी। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने उनके साथ कभी काम नहीं किया है। इसलिए उनके साथ तालमेल बिठाना उनके लिए जरूरी होगा। दिल्ली की पुलिसिंग अन्य राज्यों से अलग है।