नेतन्याहू ने की नमस्ते, बताया अभिवादन का सबसे अच्छा तरीका
येरूस्लम, 4 मार्च (हि.स.)। भारत में अभिवादन के लिए सर्वाधिक प्रचलित ‘नमस्ते” अब विश्वव्यापी हो रहा है। इस्रायल के सबसे ताकतवर नेता और हाल ही में एक बार फिर प्रधानमंत्री चुने गए बेजामिन नेतन्याहू ने नमस्ते का प्रयोग करते हुए कहा कि अभिवादन की यह भारतीय मुद्रा सबसे अच्छी है। उन्होंने इस्रायलियों का आह्वान किया कि कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते हाथ मिलाकर अभिवादन करने के स्थान पर नमस्ते करें।
कोरोना वायरस की तैयारियों के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इस्राइली प्रधानमंत्री ने अपने देश के लोगों को न केवल सलाह दी कि वे हाथ मिलाने के स्थान पर नमस्ते करें बल्कि खुद प्रेस कांफ्रेंस में लोगों को नमस्ते करके भी दिखाया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण न फैले इसके लिए हमने पूरी तैयारी की है। उसके लिए बहुत सारे तरीके खोजे जा रहे हैं और सावधानियां बरती जा रही हैं। हमने देखा है कि लोग सावधानी के तौर पर हाथ मिलाने से बच रहे हैं। ऐसे में हम अभिवादन की भारतीय परम्परा नमस्ते का प्रयोग कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि बेंजामिन नेतन्याहू और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकात के समय दोनों नेताओं ने बड़ी गर्मजोशी से एक दूसरे को नमस्ते कर अभिवादन किया था। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप के अमदाबाद आगमन पर आयोजित सम्मान समारोह का तो नाम ही रखा गया था- नमस्ते ट्रम्प। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी मोटेरा स्टेडियम में अपने संबोधन की शुरूआत नमस्ते करके ही की थी। अब बेंजामिन नेतन्याहू ने तो कोरोना के विश्वव्यापी डर के बीच नमस्ते को ही अभिवादन का सबसे अच्छा तरीका बताया है।