सोनौली बॉर्डर के रास्ते उप्र में घुसा नेपाली पकड़ा गया, पांच फरार

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नेपाल के रास्ते 50 कोरोना पॉजिटिव को बिहार व यूपी में दाखिल करने की योजना- सीमा पर हाई अलर्ट, एसएसबी का कड़ा पहरा होने बावजूद कैसे घुसा नेपाली ?



कुशीनगर, 12 अप्रैल (हि.स.)। नेपाल के रास्ते भारत में कोरोना संक्रमितों को भेजने की साजिश की खुफिया सूचना के बाद भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट के बीच कुशीनगर जिले के कसया थाना क्षेत्र की पुलिस ने रविवार को प्रेमवलिया गांव से होकर गुजर रहे एक संदिग्ध नेपाली युवक को हिरासत में लिया है। पूछताछ में उसने बताया कि दो दिन पूर्व उसने सोनौली सीमा पार की है। उसके साथ पांच अन्य युवक भी थे जो फरार हो गए। इस घटनाक्रम को नेपाल के कुख्यात जालिम मुखिया से जोड़कर देखा जा रहा है जिसने नेपाल के रास्ते 50 कोरोना पॉजिटिव को बिहार व यूपी में दाखिल करने की योजना बनाई है।
रविवार की सुबह दस बजे प्रेमवालिया गांव के डेविड राय को ग्रामीणों ने बताया कि 5-6 नेपाली नहर के रास्ते आ रहे हैं। नहर की पटरी पर पहुंचने पर मात्र पकड़ा गया नेपाली दिखा। ग्रामीणों ने अनुमान लगाया कि उसके साथी कहीं छिप गए होंगे। काफी खोज के बाद भी उसके साथियों का पता नहीं चल सका। उसने पूछताछ में अपने को अकेला बताया। इस पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पहुंची पुलिस ने युवक से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना नाम खालिद (35) निवासी काठमांडू नेपाल बताया।
पूछताछ में जानकारी मिली कि उसने दो दिन पूर्व सोनौली बॉर्डर पार किया है और रात को यहां पहुंचा है। वर्तमान में नेपाल से लगी भारतीय सीमा सील है और वहां एसएसबी का कड़ा पहरा है। ऐसे में नेपाली युवक का पकड़ा जाना अहम माना जा रहा है। सोनौली बॉर्डर से नेपाली के घुसने और पकड़े जाने की घटना को कुछ दिन पूर्व एसएसबी अधिकारियों द्वारा दी गई उस चेतावनी से जोड़कर देख रहे है जिसमें कहा गया था कि नेपाल में बैठा माओवाद से जुड़ा जालिम मुखिया भारत में कोरोना पॉजिटिव भेजने की फिराक में है। उसका उद्देश्य  भारत में कोरोना महामारी फैलाना है।
इस सम्बंध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिषेक पांडेय का कहना है कि नेपाली युवक को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस उससे पूछताछ भी कर रही है।

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