काठमांडू में पर्यटन मंत्री और भारत के राजदूत ने मोटरसाइकिल रैली को दिखाई हरी झंडी
काठमांडू, 11 नवंबर (हि.स.)। नेपाल के संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्री प्रेम बहादुर अले और नेपाल में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने गुरुवार को पशुपतिनाथ-काशी विश्वनाथ अमृत महोत्सव मोटरसाइकिल रैली की शुरुआत की।
भारतीय दूतावास की ओर से कहा गया है कि करीब 50 नेपाली और भारतीय मोटरबाइक सवारों ने रैली में भाग लिया। इस रैली का उद्देश्य नई दिल्ली और काठमांडू के लोगों को आपस में जोड़ना और सांस्कृतिक और आपसी संबंधों को मजबूत करना है। इस रैली का मकसद युवाओं में जागरुकता बढ़ाना भी है।
इस अवसर पर नेपाल के मंत्री अले ने कहा कि दोनों देशों के बीच भाषा, साहित्य, धर्म और जीवनशैली ने संबंधों को मजबूत किया है।
इस रैली में भाग लेगे वाले प्रतियोगी 13 नवंबर को काशी विश्नवाथ मंदिर पहुंचेंगे और वहां पर पूजा करेंगे। इसके अलावा दशाश्वमेघ घाट पर जाकर स्वच्छता श्रमदान करेंगे, जिससे लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया जा सके।
काशी और काठमांडू के बीच विशेष जुड़ाव की ओर संकेत देते हुए विनय मोहन क्वात्रा ने नेपाल और भारत के युवाओं से आग्रह किया कि वह साझा सांस्कृतिक संपदा को संजोकर और संरक्षित रखें।
उन्होंने कहा कि आपकी यात्रा एक पवित्र स्थल से दूसरे पवित्र स्थल पशुपतिनाथ से काशी विश्वनाथ तक शुरू होने वाली है। सामान्य तौर पर यह धार्मिक स्थलों के नाम हैं लेकिन दूसरे पहलू से देखा जाए तो यह दोनों देशों के बीच प्रमुख पहचान हैं।
पशुपति नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी मूल भट्ट इस दौरान मौजूद रहे और उन्होंने यात्रा की शुरुआत से पहले प्रतिभागियों को आशीर्वाद दिया। इस रैली में भाग लेने वाले प्रतियोगी मोतिहारी तथा सारनाथ भी जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि इस रैली का आयोजन काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास और रॉयल एनफील्ड काठमांडू ने मिलकर किया है। यह आजादी के अमृत महोत्सव का एक भाग है, जिसकी शुरुआत भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए किया गया है।