सुपौल,02 अक्टूबर (हि.स.)।भारत -नेपाल सीमा को अधिकृत रूप में स्वास्थ्य मापदंड के शर्तों के साथ नेपाल सरकार ने सीमा खोला दिया। वैश्विक महामारी कोविड-19 को लेकर 18 माह छह दिनों के बाद बॉर्डर खोला गया है।
जिले से लगने वाली भीमनगर सीमा के तराई इलाके के लोगों में खुशी का माहौल है। लेकिन इन सीमाओं पर बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए लोगों को पहले वीरपुर बराज के पास जाकर भंसार कराना होगा। उसके बाद ही नेपाल में वाहन की इंट्री होगी। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 24 मार्च 2020 को सीमा सील किया गया था। भारत में कोरोना संक्रमण काबू में होने के बाद फर्स्ट फेज के बाद ही भारत के तरफ से सीमा को खोल दिया गया था। लेकिन नेपाल की ओर से बार्डर लगातार सील ही रहा।
एसपी मनोज कुमार ने बताया है कि नेपाल सरकार ने बार्डर को स्वास्थ्य मापदंडों के शर्तों के साथ खोला है। इसमें भारतीय चार पहिया वाहनों को नेपाल आने के लिए भंसार कराना अनिवार्य है। वहीं पैदल, साइकिल व बाइक से सीमा पार करने वालों के पास कोविड़ जांच रिपोर्ट व कोविड टीकाकरण का प्रमाण पत्र होना आवश्यक है। यदि निर्धारित कागजात नहीं है तो संबंधित को नेपाल में आवाजाही की अनुमति नहीं मिलेगी। हालांकि नेपाल के बार्डर खुलने से नेपाल व भारतीय सीमावर्ती गांव के लोग काफी राहत महसूस कर रहे हैं। लेकिन चार पहिया वाहनों से जाने के लिए भंसार कराना कठिन होगा।