काठमांडू, 14 जुलाई (हि.स.)। नेपाल में लगातार भारी वर्षा होने से बाढ़ आ गई है और जगह- जगह भूस्खलन हो रहे हैं। इसकी वजह से कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई है जबकि 24 लोग लापता हैं। इसके अलावा 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं और 50 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है। यह जानकारी रविवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
समाचार पत्र हिमालयन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बाढ़ से नेपाल के ज्यादातर इलाके जलमग्न हो गए हैं। बचाव टीमें प्रभावित इलाकों में राहत, खोज और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण भारत के बिहार राज्य में तबाही भी शुरू हो गई है। सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चम्पारण और दरभंगा में बाढ़ आ गई है। कई जगहों पर नदी के तटबंध और सड़कें टूट गई हैं। नेपाल में बाढ़ संभावित इलाकों से लोगों को विस्थापित कर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है। यातायात बुरी तरह प्रभावित है, सभी प्रमुख राजमार्गों पर लोगों का आवागमन बाधित है।
ऐसा अनुमान है कि लगभग 6,000 लोग बाढ़ के पानी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, उनके घरों में पानी भर गया है। नेपाल पुलिस ने अपने समाचार बुलेटिन में कहा कि बारिश से होने वाली आपदाओं ने पूरे देश में तबाही मचाई है। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 43 हो गई है। उन्होंने बताया कि ललितपुर, कावरे, कोटंग, भोजपुर और मकनपुर सहित विभिन्न जिलों से लोगों के मारे जाने की सूचना है।
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘बचाव अभियान से जुड़े काम तेज कर दिए गए हैं।’ नेपाल आपातकालीन कार्यसंचालन केंद्र के प्रमुख बेद निधि खानल ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि देशभर में 200 से अधिक स्थानों की पहचान मानसून संबंधित आपदाओं के लिए अतिसंवेदनशील क्षेत्र के रूप में की गई है। बचाव दल, राहत कार्यों, खोज और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। राजधानी काठमांडू के भी कुछ हिस्से में भी बाढ़ का पानी भर गया है। मृतकों में तीन सदस्य एक ही परिवार के थे। काठमांडू स्थित उनके घर की दीवार ढहने से तीनों उसकी चपेट में आ गए थे। इनके अलावा तीन अन्य लोग पूर्व के खोतांग जिले में एक भूस्खलन में मारे गए।