पटना, 10 अप्रैल (हि.स.) : देश के बंटवारे के बाद कभी पारंपरिक तो कभी छद्म और अक्सर आतंकवादियों को आगे करके युद्ध लड़ने वाला पाकिस्तान कोरोना संकट की स्थिति में भारत के खिलाफ अब छद्म जैविक युद्ध की तैयारी में है. एक तरफ जहां दुनिया कोरोना जैसे जानलेवा वायरस की चपेट में है वहाँ पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई नेपाल में बैठे अपने गुर्गों के दम पर भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को भारतीय सीमा क्षेत्र में घुसपैठ कराने की फ़िराक में है. भारत-नेपाल की खुली अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने बिहार पुलिस को ख़ुफ़िया सूचना भेजकर पाकिस्तान की इस साजिश से आगाह कर दिया है.
रक्सौल स्थित एसएसबी की 47वीं बटालियन के समादेष्टा प्रियवर्त शर्मा ने पश्चिमी चंपारण जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर आगाह किया है कि नेपाल में दुनिया के विभिन्न मुस्लिम देशों से आए 40-50 कोरोना पोजिटिव मरीजों को भारतीय सीमा क्षेत्र में घुसपैठ कराने की साजिश रची गई है. इस साजिश को नेपाल के परसा जिला का रहने वाले जालिम मुखिया नामक शख्स अंजाम दे रहा है. इस ख़ुफ़िया सूचना ने बिहार पुलिस के साथ-साथ गृह और विदेश मंत्रालय की भी नींद हराम कर दी है. एसएसबी के पत्र में कहा गया है कि नेपाल में अभी दुनिया के विभिन्न मुस्लिम देशों से आए सैकड़ों लोग इस समय नेपाल के विभिन्न स्थानों पर लॉकडाउन में फंसे हैं. ऐसे में जालिम मुखिया इन लोगों को घुसपैठ कराकर भारतीय सीमाक्षेत्र में घुसाने की फ़िराक में है. ऐसे लोगों को नेपाल से लगे घने जंगलों और नदियों के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश करने की साजिश रची गई है. यह घुसपैठ नेपाल सीमा पर अवस्थित घने जंगलों और नदियों के रास्ते हो सकती है. एसएसबी ने नेपाली नागरिक जालिम मुखिया के सम्बन्ध में बताया है कि यह नेपाल के परसा जिले के जानकीटोला थानाक्षेत्र के जगन्नाथपुरी का रहने वाला है. पुलिस सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार जालिम मुखिया के खिलाफ न केवल नेपाल में बल्कि भारतीय सीमा क्षेत्र के कई थानों में दर्जनों आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. जालिम मुख्य रूप से विदेशी हथियारों, नशीले पदार्थ और नकली भारतीय नोटों का बड़ा धंधेबाज है. उसके खिलाफ तस्करी समेत अन्य कई मुकदमें नेपाल और भारत के विभिन्न थानों में दर्ज हैं.
सूत्र बताते हैं कि एसएसबी को नेपाल के कई ख़ुफ़िया सूत्रों से भारतीय मुसलमानों के नेपाल में फंसे होने की सूचना मिली है. इनमें से कई लोग ऐसे हैं जो दुनिया के विभिन्न मुस्लिम देशों में नौकरी करते हैं. लॉक डाउन के बाद जब उन्हें भारत आने के लिए कोई साधन नहीं मिला तो ये लोग नेपाल आ गए. लेकिन लॉकडाउन के कारण भारत और नेपाल की सीमा सील होने के कारण ये नेपाल में ही फंस गए. सूत्र बताते हैं कि इनमें कई बीमार भी हैं और इनकी नेपाल में कोरोना जांच भी नहीं हुई है. ऐसे में इन लोगों को जालिम मुखिया आईएसआई के सहयोग से इन्हें भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश कराने की फ़िराक में है. बता दें कि बिहार में फिलहाल में कोरोना पोजिटिव मरीजों की संख्या 60 हो चुकी है. ऐसे में अगर नेपाल से इन लोगों को भारत में घुसपैठ कराया जाता है तो यहाँ स्थिति काफी गंभीर हो सकती है.
क्या कहते हैं एसएसबी की 47वीं बटालियन के कमान्डेंट
हमने नेपाल स्थित अपने ख़ुफ़िया सूत्रों से पता चला है कि नेपाल में फंसे सैकड़ों वैसे मुस्लिमों को भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश करने की साजिश रची गई है. हमने इस आसूचना से बिहार सरकार को अवगत करा दिया है. नेपाल सीमा पर अवस्थित सभी चेकपोस्ट को हाई अलर्ट कर दिया गया है. इन चेकपोस्टों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से की जा रही है.
प्रियवर्त शर्मा, कमान्डेंट, 47 बटालियन, एसएसबी