नई दिल्ली, 07 नवम्बर (हि.स.)। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया शनिवार को नेशनल डिफेंस अकादमी, पुणे की पासिंग आउट परेड में शामिल हुए। उन्होंने एनडीए के 139वें कोर्स के कैडेटों की परेड की समीक्षा की। समारोह के दौरान हेलीकॉप्टर चेतक, सुपर डिमोनस, एसयू-30 एमकेआई, जगुआर और सारंग टीम के हेलीकॉप्टरों ने फ्लाईपास्ट किया।
नेशनल डिफेंस अकादमी, पुणे की पासिंग आउट परेड खेरकवासला स्थित खेतारपाल परेड ग्राउंड में आयोजित की गई। परेड में कुल 540 कैडेटों ने भाग लिया जिसमें 302 कैडेट 139वें कोर्स से थे। इसमें 222 आर्मी कैडेट, 45 नेवल कैडेट और वायुसेना के 35 कैडेट शामिल थे। इसमें मित्र देशों श्रीलंका, अफगानिस्तान, वियतनाम, मालदीव, भूटान, तंजानिया, तुर्कमेनिस्तान, ताजिकिस्तान और म्यांमार के 17 कैडेट शामिल थे। यह सभी कैडेट आठ सप्ताह के टर्म ब्रेक पर रहेंगे और उसके बाद अपने संबंधित प्री-कमिशनिंग ट्रेनिंग अकादमियों में शामिल होंगे। जूनियर पाठ्यक्रमों के कैडेट 04 जनवरी 2021 को फिर एनडीए में लौटेंगे।
वायु सेना प्रमुख ने सभी पासिंग आउट कैडेट्स, पदक विजेताओं और चैंपियन स्क्वाड्रन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में गर्व और संतोष की बात है कि महामारी संबंधी व्यवधानों के बावजूद कैडेटों ने समय पर अपना प्रशिक्षण पूरा किया। उन्होंने एनडीए में प्रशिक्षण के इन तीन वर्षों के दौरान कैडेटों के माता-पिता को उनकी ताकत बनने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रशिक्षण के लिए और कई बाधाओं के बावजूद पाठ्यक्रम पूरा कराने के लिए एनडीए के कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने कैडेटों का आह्वान किया कि उन्हें भविष्य में साहसी, सक्षम और ईमानदार होना होगा।
उन्होंने कहा कि अब युद्ध-स्थान अधिक जटिल, बहुआयामी और अप्रत्याशित हो गया है। एनडीए भविष्य के सैन्य अभियानों के लिए संयुक्त कौशल और तालमेल की भावना को विकसित करने के लिए सही और उचित संस्थान है। उन्होंने कैडेटों से एकेडमी में भाईचारे और बंधुत्व को आगे बढ़ाने का आग्रह किया। एयर चीफ मार्शल ने कैडेटों को पुरस्कार भी प्रदान किए। बटालियन कैडेट कैप्टन अनिरुद्ध सिंह ने योग्यता के समग्र क्रम में पहले स्थान पर रहने के लिए राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक जीता। डिवीजनल कैडेट कैप्टन सोमय बडोला को दूसरे स्थान पर रहने के लिए रजत पदक दिया गया जीता। बटालियन कैडेट कैप्टन अनमोल ने मेरिट के समग्र क्रम में तीसरे स्थान पर रहने के लिए राष्ट्रपति का कांस्य पदक जीता।