जम्मू-कश्मीर पर सरकार के साथ बसपा, बीजद,वाईएसआर कांग्रेस और आप
नई दिल्ली, 05 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35-ए को हटाये जाने के फैसले पर सरकार को अन्य दलों का भी समर्थन मिल रहा है। फैसले का बहुजन समाज पार्टी(बसपा), बीजू जनता दल(बीजद), वाईएसआर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने सरकार के इस कदम का समर्थन किया है। वहीं जनता दल यूनाइटेड(जदयू) को छोड़कर सरकार में शामिल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) के सभी घटक दलों ने फैसले का समर्थन किया।
जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमारे प्रमुख नीतीश कुमार जेपी नारायण, राम मनोहर लोहिया और जॉर्ज फर्नांडीस की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। इसलिए हमारी पार्टी आज राज्यसभा में उठाए गए विधेयक का समर्थन नहीं कर रही है। हमारी अलग सोच है। हम चाहते हैं कि अनुच्छेद 370 को निरस्त न किया जाए।
मायावती के नेतृत्व वाली बसपा के राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा ने अनुच्छेद 370 को हटाने का समर्थन किया। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की अध्यक्षता वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी(वाईएसआरसीपी) ने भी राज्यसभा में सरकार का समर्थन किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी(आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर पर सरकार के फैसलों का समर्थन करते हैं। हमें उम्मीद है कि इससे राज्य में शांति और विकास होगा।
शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि आज जम्मू कश्मीर लिया है। कल बलूचिस्तान, पोओके लोंगे। मुझे विश्वास है देश के प्रधानमंत्री अखंड हिन्दुस्तान का सपना पूरा करेंगे।
राज्यसभा में एमडीएमके नेता वाइको ने कहा, “मैं इस विधेयक(अनुच्छेद 370) का विरोध कर रहा हूं। यह शर्म, शर्म, शर्म का दिन है… यह लोकतंत्र की हत्या है।”
नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने अनुच्छेद 370 को हटाये जाने और राज्य के विभाजन की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र और संविधान की हत्या कर रही है।राज्य के लोगों ने बड़ी कुर्बानियां देकर भारतीय संघ में शामिल होने का फैसला किया था। उन्होंने सरकार के फैसले की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी उस संविधान के पक्ष में खड़ी है, जिसे देश ने अंगीकार किया था। उन्होंने संविधान की प्रतियां फाड़ने का प्रयास करने वाले पीडीपी के सांसदों मीरफयाज और नजीर अहमद लवाय के इस कृत्य की निंदा की।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कश्मीर के लिए अनेक लोगों ने बलिदान दिया है। कई दलों ने कश्मीर में अपने नेताओं को खो दिया है। कश्मीर को भारत के साथ रखने के लिए नागरिकों ने भी अपनी जान गंवाई है। भारत के लोग कश्मीर के साथ खड़े हुए हैं। आज जो हुआ है वह सामान्य घटना नहीं है। आज भाजपा ने संविधान की हत्या कर दी है।