मुंबई/नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पटेल को डी-कंपनी के सदस्य इकबाल मिर्ची के साथ कथित संदिग्ध जमीन सौदों के मामले में पूछताछ के लिए 18 अक्टूबर को तलब किया है। इसके लिए ईडी ने पटेल को समन भेजा है।
हालांकि पटेल ने अपनी फैमिली और ‘मिर्ची’ के नाम से कुख्यात इकबाल मेमन के बीच पैसों के लेनदेन पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि जिस इकबाल मेमन के साथ जमीन की सौदों को लेकर आरोप लग रहे हैं, वह पूरी तरह कानूनी रूप से हुई थी।
दरअसल ईडी के अधिकारी इस मामले में पैसों की लेनदेन की जांच कर रहे हैं। ये जांच इसलिए की जा रही, ताकि यह पता लगाया जा सके कि विदेशी खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग और वर्ली के सीजे हाउस बिल्डिंग को खरीदने के लिए तो नहीं किया गया। गौरतलब है कि मिर्ची की साल 2013 में मौत हो गई थी।
ईडी के दस्तावेजों के जरिए यह पता चला है कि प्रफुल्ल पटेल और उनकी पत्नी वर्षा द्वारा संचालित कंपनी मिलेनियम डेवलपर्स ने अंडरवर्ल्ड डॉन और वांछित भगोड़ा दाऊद इब्राहिम के सहयोगी इकबाल मिर्ची के स्वामित्व वाले एक भूखंड पर 15 मंजिला भवन का निर्माण किया गया।