नई दिल्ली, 04 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह असम विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के अभियान को बीच में छोड़कर छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सल हमले को देखते हुए दिल्ली लौट आए हैं।
इसी बीच गृह मंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को वह श्रद्धांजलि देते हैं तथा उनके परिजनों और देश को विश्वास दिलाते हैं कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ जारी देश की लड़ाई अब और अधिक मजबूत होगी और किसी निर्णायक बिंदु पर पहुंचेगी।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने अमित शाह के दिल्ली लौटने के समाचार की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी तीन रैलियों में से एक को ही संबोधित किया था। वह छत्तीसगढ़ हमले को देखते हुए अपनी बाकी दो रैलियों को छोड़ दिल्ली आ रहे हैं।
इससे पूर्व गृह मंत्री ने आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से टेलीफोन पर बीजापुर में हुई नक्सली हमले को लेकर विस्तृत बातचीत की थी। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार अमित शाह ने बघेल से बातचीत में मुठभेड़ के बाद स्थिति का भी जायजा लिया।
वहीं मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री को बताया कि केवल नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी दिखाने के लिए हिंसा का रास्ता बनाया है। लोगों का नक्सलियों की विचारधारा से मोहभंग होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों का मनोबल बहुत ऊंचा है और वे नक्सल के खिलाफ इस लड़ाई में जीत हासिल करेंगे। वहीं गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि नक्सल के खिलाफ इस लड़ाई में केंद्र पूरी तरह से उनके साथ खड़ा है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए हमले में सुरक्षा बल के 24 जवान शनिवार को शहीद हो गए थे। छत्तीसगढ़ पुलिस के अनुसार इसमें सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के 9, डीआरजी के 8 जवान, एसटीएफ के 6 और बस्तरिया बटालियन के एक जवान शामिल हैं।