नई दिल्ली, 17 मई (हि.स.)। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कथित कालाबाजारी के आरोपी दिल्ली के मशहूर खान चाचा रेस्टोरेंट के मालिक नवनीत कालरा को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किए जाने की सूचना है। उसे गुरुग्राम स्थित एक फार्म हाउस से पकड़ा गया है। हालांकि देर रात तक अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए थे।
कालरा पिछले कई दिनों से फरार था और दिल्ली पुलिस के साथ आंखमिचौली खेल रहा था। उसने अग्रिम जमानत के लिए उच्च न्यायालय का रुख किया था, लेकिन उसे वहां से राहत नहीं मिली थी। उच्च न्यायालय ने उसकी अग्रिम जमानत की अर्जी को ठुकरा दिया। इसके साथ उच्च न्यायालय ने जमानत न देने के निचली अदालत के कारणों से सहमति भी जाहिर की थी।
पुलिस के मुताबिक कालरा को गुरुग्राम से उसके एक करीबी जानकार के फार्म हाउस से गिरफ्तार किया गया है। उसपर अंतरराष्ट्रीय सिम कंपनी मैट्रिक्स सेलुलर सर्विस के साथ मिलकर दिल्ली में ऑक्सिजन कंसंट्रेटर्स की कालाबाजारी करने का आरोप है। मामले की शुरुआती जांच में दिल्ली पुलिस ने पाया था कि 17 अप्रैल से 3 मई के बीच, कालरा और मैट्रिक्स सेलुलर के उसके साथियों ने 13 करोड़ रुपये कीमत वाले 7,500 कंसन्ट्रेटर्स हासिल किए थे। हालांकि पूछताछ के बाद कई और खुलासे की उम्मीद जताई जा रही है।
ज्ञात हो कि खान चाचा, नेगा जू और टाउन हॉल से पुलिस ने 524 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बरामद किए गए थे। इसके बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (जालसाजी), 188 (लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा), 120-बी (आपराधिक साजिश) और 34 (समान इरादे से काम करना) के तहत कालरा के खिलाफ 5 मई को एक मामला दर्ज किया गया था। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी के लिए आवश्यक वस्तु कानून और महामारी कानून के तहत भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
मामले की शुरुआत 6 मई को हुई थी
इस मामले की शुरूआत 6 मई 2021 को हुई थी। कई दिन से साउथ दिल्ली पुलिस को सूचना मिल रही थी कि लोधी रोड सेंट्रल मार्केट के एक रेस्टोरेंट बार में कुछ सदिग्ध गतिविधि देखने को मिल रही है। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम नेगे एंड जू बार में पहुंची तो देखा कि वहां एक शख्स लैपटॉप परऑक्सीजन कंसंट्रेटर के ऑनलाइन ऑर्डर ले रहा था। पुलिस ने रेस्टोरेंट की तलाश ली तो वहां से 32 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर बरामद हुए। इसके बाद मैनेजर हितेश और स्टाफ के लोगों से पूछताछ हुई तो वे कोई जानकारी नहीं दे पाए। इसके बाद पुलिस ने रेस्टोरेंट में मौजूद चारों को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें उनमें हितेश के अलावा गौरव, सतीश और विक्रांत भी शामिल थे।