चण्डीगढ़, 31 अक्तूबर (हि स)। पंजाब में सत्ताधारी कांग्रेस में एक बार फिर से अलग-अलग विचारधारा सामने आ रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह व उनके मंत्रियों के विपरीत पंजाब कांगेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि करतारपुर साहिब गलियारा खुलवाने में पूर्व मंत्री व कांग्रेस के विधायक नवजोत सिंह सिद्धू का सबसे बड़ा योगदान रहा है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता। यह बात जाखड़ गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी को श्रद्धाजंलि देने के समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही।
जाखड़ ने पाकिस्तान की प्रसंशा करते हुए कहा कि करतारपुर गलियारा के निर्माण में पाकिस्तान में बाजी मार ली है जबकि भारत सरकार तो नानक के नाम पर राजनीति करती आ रही है। पाकिस्तान ने निर्माण कार्य को पूरा कर लिया है। अगर केन्द्र सरकार समयबद्ध कार्य के लिए हिदायतें दी होती और अकाली दल ने राजनीति न की होती तो कार्य कब का हो जाना था। पाकिस्तान जाने वाले जत्थे में नाम काटे जाने पर जाखड़ ने कहा कि नाम कटवाने का रोल अकाली दल का है। उन्होंने कहा कि करतारपुर गलियारा तो खुल गया है परन्तु अकालियों के दिमाग के ताले नहीं खुले, उनके दिमाग को अभी भी जाले लगे हुए हैं।
अभी भी विश्व गुरु श्री गुरु नानक देव के नाम पर अकाली दल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी राजनीति कर रही है। जाखड़ ने कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र में भाजपा की पराजय के बाद अपने सहयोगी दलों की मनमानी मानने जा रही है और अकाली दल के इसी दबाव के चलते ही केन्द्र सरकार ने गलियारा कार्य में और पाकिस्तान भेजने में रुकावटें डाली हैं। ऐसे में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को नैतिक आधार पर अकाली दल के नेताओं को पाबंद करना चाहिए। जाखड़ ने यह भी कहा कि अकाली दल के इशारे पर शिरोमणि अकाली दल द्वारा अलग से मंच बनाया जाना भी गलत है। अलग मंच बनाने से अकाली दल ने अतीत में जो पंथ से गुनाह किये हुए है, वह धुलने वाला नहीं है।