नई दिल्ली, 18 सितम्बर (हि.स.)। नेशनल डिफेंस कॉलेज (एनडीसी) के कमांडेंट एयर मार्शल डी. चौधरी ने 61वें राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन पाठ्यक्रम से गुजर रहे 113 अधिकारियों के साथ मुंबई, गोवा और कारवार में नौसेना संगठनों का दौरा किया। एनडीसी टीम में भारतीय सशस्त्र बलों, भारतीय सिविल सेवाओं और मित्र देशों के सैन्य और नागरिक अधिकारी शामिल थे। प्रशिक्षण ले रहे 113 अधिकारियों ने पश्चिमी बेड़े के युद्धपोतों से नौसेना के संचालन का पहला अनुभव हासिल किया।
एनडीसी की टीम तीन दिनों तक मुंबई में रही। इस दौरान अधिकारियों ने पश्चिमी नौसेना कमान मुख्यालय, नेवल डॉकयार्ड, मझगांव डॉक्स लिमिटेड, मैरीटाइम वारफेयर सेंटर का दौरा किया। टीम में शामिल अधिकारियों को समुद्री युद्ध केंद्र और इन संगठनों की भूमिका और जिम्मेदारियों पर एक ब्रीफिंग प्रदान की गई। टीम ने पश्चिमी बेड़े के युद्धपोतों से लड़ाकू और बचाव हेलीकॉप्टर संचालन, फास्ट अटैक क्राफ्ट्स द्वारा असीमित खतरे के खिलाफ कार्रवाई, पनडुब्बी संचालन, समुद्र में पुनःपूर्ति और हथियार फायरिंग अभ्यास के प्रदर्शन के लिए नौसेना के संचालन का पहला अनुभव हासिल किया।
एनडीसी टीम को गोवा दौरे पर गोवा नौसेना क्षेत्र में गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें विभिन्न प्रकार के विमानों, मिग-29के से विभिन्न हवाई प्रदर्शनों जैसे फ्लाईपास्ट, स्लिंग ऑपरेशन और ट्रैप-ऑन का गवाह बनाया गया। इसके बाद अधिकारियों ने नौसेना उड्डयन संग्रहालय का दौरा किया। एनडीसी टीम ने कारवार में नौसेना सुविधाओं का दौरा किया और उन्हें प्रोजेक्ट सीबर्ड के बारे में जानकारी दी गई। वे एक निर्देशित दौरे के लिए विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य पर सवार हुए और नेवल शिप रिपेयर यार्ड में शिप लिफ्ट सुविधा का प्रदर्शन किया गया।
एनडीसी एक विश्व स्तर पर प्रसिद्ध रक्षा संस्थान है, जो केवल ‘रक्षा’ के सीमित दायरे के बजाय ‘सुरक्षा’ पर ध्यान केंद्रित करता है। यह केवल सशस्त्र बलों के लिए ही नहीं, बल्कि सिविल सेवा अधिकारियों के लिए भी उन्नत अध्ययन का सर्वोच्च संस्थान है। एनडीसी को 1960 में स्थापित किया गया था जो भारत और कई मित्र देशों के वरिष्ठ रक्षा और सिविल सेवा अधिकारियों के लिए सुरक्षा पर समग्र अध्ययन के लिए एक मंच प्रदान करता है। रणनीति, भू-राजनीति और युद्ध की उच्च दिशा पर केंद्रित यह रक्षा संस्थान राष्ट्रीय सुरक्षा और संबद्ध सरकारी संगठनों में वरिष्ठ पदों पर आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करने का प्रयास करता है।