नरेश गोयल की मुकिश्ल और बढ़ी, इनकम टैक्सय विभाग ने 650 रुपए के टैक्सु चोरी मामले में भेजा समन
विभाग के जांच शाखा को जेट एयरलाइन और इसकी दुबई स्थित ग्रुप कंपनियों के बीच लेनदेन में कथित तौर पर अनियमितताएं मिलीं है। सूत्रों का कहना है कि इनका उद्देश्य 650 करोड़ रुपये का टैक्स चोरी करना था। जांच में पाया गया कि जेट एयरलाइन हर साल दुबई में अपने जनरल सेल्स एजेंट को कमीशन का भुगतान करती थी, जो ग्रुप यूनिट का ही एक हिस्सा है।
नई दिल्ली,15 जून (हि.स.)।अस्थायी रूप से बंद पड़ी जेट एयरवेज के पूर्व प्रमोटर एवं संस्थापक नरेश गोयल से कथित टैक्स चोरी मामले में पूछताछ के लिए इनकम टैक्स (आईटी) विभाग ने समन जारी किया है। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। ऐसा पहली बार हुआ जब एक बंद हो चुकी जेट एयरलाइन में कथित अनियमितताओं के संबंध में गोयल को समन भेजा है। बता दें कि आयकर विभाग की जांच शाखा ने गत वर्ष एयरलाइन के मुम्बई स्थित दफ्तरों में सर्च के दौरान दस्तावेज सीज कर दिए थे। ये जांच फरवरी में पूरी हुई और रिपोर्ट को असेसमेंट विंग के पास भेज दिया गया।
650 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का है मामला
विभाग के जांच शाखा को जेट एयरलाइन और इसकी दुबई स्थित ग्रुप कंपनियों के बीच लेनदेन में कथित तौर पर अनियमितताएं मिलीं है। सूत्रों का कहना है कि इनका उद्देश्य 650 करोड़ रुपये का टैक्स चोरी करना था। जांच में पाया गया कि जेट एयरलाइन हर साल दुबई में अपने जनरल सेल्स एजेंट को कमीशन का भुगतान करती थी, जो ग्रुप यूनिट का ही एक हिस्सा है।
आईटी ने संदिग्ध लेनदेन पर मांगा स्पष्टीकरण
इनकम टैक्स एक्ट के तहत जायज बिजनस ट्रांजैक्शन की तुलना में ये कथित लेनदेन कहीं ज्यादा था। यह स्वीकार्य खर्चों के अतिरिक्त और टैक्स की सीमा से बाहर था। इनकम टैक्स अधिकारी ने कहा कि ये सर्वे उस वक्त किया गया जब जेट एयरवेज अपनी जून तिमाही के परिणामों के ऐलान में विलंब कर रही थी। आयकर विभाग ने गोयल को इन संदिग्ध लेनदेन और भुगतानों का स्पष्टीकरण देने के लिए समन भेजा गया है।