ममता की याचिका पर फैसला सुरक्षित नंदीग्राम में हार को लेकर
कोलकाता, 24 जून (हि.स.)। हाल में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट के नतीजे को चुनौती देने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की याचिका पर गुरुवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। न्यायमूर्ति कौशिक चंद्रा की अदालत में हुई इस सुनवाई के दौरान ममता भी वर्चुअली तौर से हाजिर हुईं। जस्टिस कौशिक ने इस पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। उन्होंने कहा कि कानून के तहत इस पर फैसला सुनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में चुनाव बाद हुई मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए पुनर्मतगणना कराने की याचिका दायर की है। ममता की ओर से अदालत में वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पक्ष रखा।
मार्च-अप्रैल में बंगाल में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए थे। दो मई को चुनाव नतीजे घोषित किए गए थे। नंदीग्राम सीट पर ममता को भाजपा नेता और उन्हीं के पूर्व सहयोगी शुभेंदु अधिकारी ने 1957 वोटों से हरा दिया था। इसके बाद ममता बनर्जी ने दावा किया कि मतगणना के दौरान धांधली की गई और मतगणना में लगे अधिकारियों को भाजपा प्रत्याशी अधिकारी और उनके अन्य सहयोगियों ने जान से मारने तक की धमकी दी। ममता ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर फिर से मतगणना कराए जाने की मांग की है क्योंकि पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा था कि चुनाव याचिका की सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता का रहना भी जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में ममता नंदीग्राम सीट पर बेहद करीबी मुकाबले में अपने पूर्व सिपहसालार एवं भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी से हार गईं थीं। चुनाव परिणाम के करीब डेढ़ महीने बाद ममता ने मतगणना में धांधली का आरोप लगते हुए हाई कोर्ट में चुनाव याचिका दायर कर पुनर्मगणना की मांग की है।