मुंबई 01 दिसम्बर (हि.स.)। महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी के विधायक नाना पाटोले निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष बन गए हैं। उनके प्रतिस्पर्धी भाजपा विधायक किसन कथोरे ने रविवार को सुबह अपना नामांकन वापस ले लिया। इसलिए आज विधानसभा सत्र में वह अध्यक्ष के रूप में कामकाज संभालने वाले हैं।
भाजपा ने इस पद के लिए किसान कथोरे का नाम प्रस्तावित किया था लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया। सुबह साढ़े दस बजे नामांकन वापस लेने का वक्त तय था। भाजपा ने कहा कि अन्य पार्टियों के अनुरोध को देखते हुए स्पीकर चुनाव निर्विरोध कराए जाने का फैसला किया गया। इसके लिए सभी दलों की एक बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय हुआ।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने बताया कि सत्ता पक्ष की ओर से अध्यक्ष पद का चुनाव न कराए जाने का आग्रह किया गया था। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित भाजपा नेताओं से चर्चा के बाद किसन कथोरे का नामांकन वापस लेने का निर्णय किया गया है। भाजपा चाहती है कि प्रथा व परंपरा के अनुसार अध्यक्ष पद निर्विरोध ही चुना जाए। पाटील ने नाना पाटोले को शुभकामनाएं दी हैं।
पूर्व मंत्री योगेश सागर ने कहा कि भाजपा के पास संख्या बल नहीं है जबकि सत्तापक्ष के बाद बहुमत है। इसलिए अनायास अध्यक्ष पद का चुनाव करवाकर भाजपा ने कटुता टालने का निर्णय किया है। योगेश सागर ने कहा कि अब नाना पाटोले को सभी विधायकों के साथ सांमजस्य बिठाकर काम करना चाहिए।
मंत्री एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने बताया कि भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष पद पर से अपना उम्मीदवार वापस ले लिया है। यह भाजपा ने समझदारी दिखाई है। नाना पाटोले सभी विधायकों को संभालते हुए कामकाज चलाएंगे ,इसमें किसी भी तरह का शक नहीं है।
पूर्व मंत्री जयंत पाटील ने विधानसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार किसन कथोरे का नाम वापस लेने पर कहा कि यह भाजपा का अच्छा निर्णय है। इससे सभागृह में कटुता समाप्त होगी और कामकाज शांति व सौहाद्रपूर्ण माहौल में हो सकेगा।