कुशीनगर एयरपोर्ट से उड़ान के लिए म्यांमार राजदूत ने आसियान देशों से की अपील

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कुशीनगर, 11 नवम्बर (हि.स.)। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान के लिए भारत में म्यांमार के राजदूत ऊमोचो आंग ने दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों (आसियान) से अपील की है। बुधवार को राजदूत ने इन देशों के राजनयिकों को ऑडियो सन्देश भेज कर बौद्धस्थली में नवनिर्मित एयरपोर्ट के सम्बंध में अवगत कराते हुए अपने-अपने देशों की सरकार में उड़ान शुरू करने की पहल करने की अपील की है।
प्रशासन ऑडियो सन्देश को सोशल मीडिया एप यू-ट्यूब व पर्यटन से जुड़े वेबसाइट पर अपलोड करेगा। राजदूत की पहल रंग लाई तो आसियान के सदस्य देश थाइलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, वियतनाम, फिलिपींस, ब्रुनेई, कंबोडिया और लाओस, सिंगापुर की फ्लाइट भी कुशीनगर उतरनी शुरू हो जायेगी। थाईलैंड, कंबोडिया, इंडोनेशिया, वियतनाम, म्यांमार से हजारों की संख्या में पर्यटक हर साल कुशीनगर आते हैं। इन सभी देशों के यहां पर बौद्ध मॉनेस्ट्री भी है।
मॉनेस्ट्री में काफी संख्या में इन देशों के भिक्षु भी रहते हैं। ऐसे में म्यांमार की इस पहल से आसियान देशों से उड़ान यदि शुरू हो गई तो न केवल पर्यटकों का आवागमन बढ़ेगा बल्कि रोजगार में भी वृद्धि होगी। आसियान संगठन भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। ऐसे में भारत सरकार के स्तर से उड़ान के लिए पहल होनी चाहिए। राजदूत दिल्ली पहुंचकर आसियान व भारतीय राजनयिकों से बात करेंगे।
राजदूत ने बातचीत में बताया कि भारत में कार्य करना जीवन की बड़ी उपलब्धि है। भारत से ही बौद्ध धर्म विश्व के कई देशों में पहुंचा है। विश्वभर के बौद्ध श्रद्धालु बौद्ध तीर्थ स्थलों का दर्शन बुद्ध के देश में राजदूत होना गौरव की बात है। यदि बुद्धस्थली के विकास में मेरा योगदान हो सका तो यह गौरव की बात होगी।

दिल्ली रवाना हुए राजदूत:
म्यांमार राजदूत ऊमोचो आंग बुधवार की सुबह दिल्ली रवाना हो गए। रवाना होने के पूर्व पुलिस की सशस्त्र गारद ने राजदूत को गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया। राजदूत ने सभी के प्रति आभार जताया।
महापरिनिर्वाण मन्दिर में दोनों देशों की जनता की खुशहाली के लिए भगवान बुद्ध से प्रार्थना की। एक पक्ष के दौरान राजदूत की यह दूसरी यात्रा थी। राजदूत कुशीनगर भिक्षु संघ के अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर के 85वें जन्मदिन समारोह में शामिल होने सपत्नीक यहां पहुंचे थे। भारत में तीन वर्षों से राजदूत के तौर पर कार्य कर रहे ऊमोचो यांग अमेरिका, स्विट्जरलैंड, ब्रूनेई और मलेशिया में राजदूत रह चुके हैं।
उन्होंने बुद्धस्थली के विकास की गति पर सन्तोष जताया। वैश्विक महामारी कोरोना की समाप्ति के बाद भारत-म्यांमार के पर्यटन व अर्थ व्यापार के क्षेत्र में गतिविधियां तेज होने की बात कही।


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